यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पश्चिमी राष्ट्रों द्वारा लगाए गए वित्तीय प्रतिबंधों के बाद एसबीआई ने उन सभी रूसी संस्थाओं से लेनदेन बंद कर दिया है, जिन पर पाबंदियां लगाई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कि राष्ट्र के सबसे बड़े सरकारी बैंक को भय है, कि रुसी संस्थाओं से लेनदेन पर पश्चिमी देश उस पर भी बैन लगा सकते हैं। बीते कुछ दिनों में अमेरिका समेत दुनिया की सात बड़े देशो ने रूस पर कड़े वित्तीय प्रतिबंध लगाए है। इससे पहले पश्चिमी देशों की ओर से ईरान पर लगाई गई पाबंदियों के बाद भी भारत ने ऐसा ही निर्णय लिया था।
INDIA'S STATE BANK OF INDIA (SBI) HAS STOPPED PROCESSING TRANSACTIONS INVOLVING SANCTIONED RUSSIAN ENTITIES -SOURCES
— *Walter Bloomberg (@DeItaone) February 28, 2022
एसबीआई रूस में कमर्शियल इंडो बैंक नाम से संयुक्त उद्यम चलाता है
एसबीआई ने इस संबंध में एक सर्कुलर भी जारी कर कहा है, कि अमेरिका और यूरोपीय संघ की तरफ से जिन संस्थानों, बैंकों, जहाजों और बंदरगाहों को प्रतिबंधित किया गया है, उनके साथ किसी भी तरह का लेनदेन एसबीआई द्वारा नहीं किया जाएगा। बताया जा रहा है, कि प्रतिबंधित कंपनियों की बकाया राशि का भुगतान बैंकिंग माध्यम के बजाय अन्य व्यवस्था के माध्यम से किया जाएगा। एसबीआई रूस के मॉस्को में कमर्शियल इंडो बैंक नाम से संयुक्त उद्यम चलाता है। जिसमे केनरा बैंक की भी 40 फीसदी हिस्सेदारी है।
भारतीय निर्यातकों पर रूस का लगभग 50 करोड़ डॉलर का भुगतान बकाया
जानकारी के अनुसार, रूस से आयात बिल बाउंस होने और निर्यात के लिए भुगतान अटक जाने के बाद से भारतीय बैंक लगातार प्रयास कर रहे है। एक सरकारी सूत्र के अनुसार, भारतीय निर्यातकों पर रूस का लगभग 50 करोड़ डॉलर का भुगतान बकाया है। इस परिस्थिति में भारतीय निर्यातकों की सहायता के लिए भारत सरकार निर्यातकों को आसान बैंक कर्ज दिलाने के लिए गारंटी दे सकती है। खबरों के अनुसार,नकदी संकट से जूझ रहे भारतीय निर्यातकों की मदद के लिए सरकार साख पत्रों और आसान कर्ज के लिए गारंटी देने पर विचार कर रही है।