रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के दौरान भारतीय छात्र-छात्राओं को स्वदेश वापसी लाने के दौरान कई ऐसे मामले सामने आए, जिनमें कुछ भारतीय अपने पालतू कुत्ते को यूक्रेन में छोड़कर भारत लौटने को राजी नहीं है। इस दौरान एक ऐसे भारतीय का मामला भी सामने आया है, जिसने एक जगुआर और एक तेंदुआ को पाल रखा है, और भारतीय डॉक्टर उन्हें छोड़कर स्वदेश लौटने से इंकार कर रहा है।
Truly, the power of a human-animal bond is fascinating. It is pleasing to know that Dr Kumar Bandi, a native of Tanuku in AP, stayed back in #Ukraine as he did not want to leave behind his 2 big pet cats —a leopard & a black panther — at the mercy of others in a war-torn country. pic.twitter.com/yWdnp9J4Dt
— Vijayasai Reddy V (@VSReddy_MP) March 6, 2022
आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले का निवासी
रिपोर्ट्स के अनुसार आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले के तनुकु के निवासी कुमार बंदी यूक्रेन के शहर डॉनबास में गोलाबारी से बचने के लिए बंकर में रह रहे है। इस दौरान उनके साथ ये दोनों जानवर भी रह रहे है। कुमार बंदी 15 साल पहले यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गए थे, और डॉक्टर की डिग्री लेने के बाद वे यूक्रेन में ही बस गए। कुमार बंदी तेलुगु के यूट्यूब ब्लॉगर होने के साथ-साथ चार तेलुगू फिल्मों में भी काम कर चुके है, हालाँकि वे फिल्मे कभी रिलीज नहीं हो पाईं। इसके अलावा कुमार बंदी यूक्रेन की फिल्मों में भी काम कर चुके है।
पहले बंगाल टाइगर को पालने चाहते थे
ऑपइंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन में बस चुके कुमार बंदी पहले बंगाल टाइगर को पालने चाहते थे, लेकिन यूक्रेन के अधिकारियों ने उन्हें इसकी मंजूरी नहीं दी। हालाँकि इसके बाद उन्होंने जगुआर और तेंदुए को पालने का लाइसेंस प्राप्त कर इन जंगली जानवरों को अपना पालतू बना लिया। कुमार बंदी ने दावा किया है, कि उनके पास मौजूद जगुआर की यह प्रजाति दुनिया की दुर्लभतम प्रजातियो में से एक है और इनकी संख्या दुनिया भर में केवल 21 ही है, जिनमें एक को उन्होंने घर में पाल रखा है।
जब तक वे जीवित है, इन जानवरों की वे रक्षा करेंगे
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद कुमार बंदी भारतीय छात्र-छात्राओं को यूक्रेन से निकालने में उनकी सहायता कर रहे है, और उन्हें यूक्रेन की सीमा तक छोड़ रहे है। एक लंबे वक्त से यूक्रेन में रहने के कारण उनके स्थानीय प्रशासन से अच्छे संबंध बन चुके है। स्थानीय यूक्रेनियन उन्हें स्वदेश लौटने की सलाह दे रहे है। इसी दौरान आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और विपक्षी नेता चंद्रबाबू नायडू ने उनसे ऑनलाइन संपर्क करते हुए भारत लौटने का आग्रह किया। हालाँकि उन्होंने यह कहते हुए,स्वदेश लौटने से मना कर दिया, कि उनके भारत लौटने के बाद उनके दोनों पालतू जानवर मारे जाएँगे। कुमार बंदी ने कहा, कि जब तक वे जीवित है, इन जानवरों की वे रक्षा करेंगे और मरना लिखा होगा तो साथ में मरेंगे।