दिल्ली में चल रहे महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में बीते शनिवार (25 मार्च 2023) को राष्ट्र को दूसरा स्वर्ण पदक मिला है। पहले नीतू घणघस ने 45-48 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद स्वीटी बूरा ने 75-81 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अब रविवार 26 मार्च 2023 को गत चैंपियन निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन ने भी फाइनल में स्थान बनाकर कम से कम रजत पदक पक्का कर लिया है।
स्वीटी बूरा ने 81 किलोग्राम भार वर्ग में चीनी प्रतिदंद्वी वांग के खिलाफ मुकाबले में पूरी शक्ति लगा दी थी। दोनों खिलाड़ियों के बीच हुई कांटे की टक्कर में आखिरी क्षणों तक परिणाम किसके पक्ष में जायेगा यह सस्पेंस बना हुआ था। शुरुआती दो राउंड में स्वीटी ने 3-2 की बढ़त बनाई थी। ऐसे में तीसरे राउंड के बाद फैसला रिव्यू के लिए गया और भारतीय मुक्केबाज स्वीटी ने 4-3 के विभाजित निर्णय से मुकाबला जीत लिया।
Proud moment for the country..!!
Hearty congratulations & best wishes to @NituGhanghas333 and @saweetyboora for winning gold medals in the Women's World Boxing Championship 2023 at New Delhi.#JaiHind🇮🇳 pic.twitter.com/Q6c8fYjbqm
— Rajeshwar Singh (@RajeshwarS73) March 25, 2023
वहीं इससे पहले हरियाणा की भिवानी की मुक्केबाज नीतू घणघस ने 48 किग्रा वर्ग का गोल्ड मेडल अपने नाम किया। उन्होंने बीते शनिवार को महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले में मंगोलिया की लुतसाईखान अल्तानसेतसेग को गोल्डन पंच लगाकार देश का सीना चौड़ा कर दिया। नीतू ने प्रतियोगिता में दमदार प्रदर्शन करते हुए अल्तानसेतसेग को 5-0 से हराकर न्यूनतम वजन वर्ग का स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
उल्लेखनीय है, कि नीतू और स्वीटी विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली भारत की ओर से छठी ओर सातवीं महिला बन गई है। वहीं इससे पूर्व छह बार की चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी आर एल (2006), लेखा केसी (2006) और निकहत जरीन (2022) अन्य महिला मुक्केबाज है, जिन्होंने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप जीते है।