लगभग दस साल पहले वर्ष 2012 में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुए कार विस्फोट के जरिये एक इजरायल राजनयिक को निशाना बनाकर जानलेवा हमला किया था। इस हमले का षड्यंत्र ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (IRGC) के कर्नल ‘हसन सैयद खोदयारी’ ने रचा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान की राजधानी तेहरान में घुसकर इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने हमले के आरोपी हसन को मौत के घाट उतार दिया है।
ईरान इंटरनेशनल ने हसन की मौत की पुष्टि की गई है। ऑपइंडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, कई उच्चस्तरीय इजरायली राजनयिकों पर हुए व्यापक हमलों के पीछे यही कर्नल मुख्य साजिशकर्ता था। हसन ने वर्ष 2012 में नई दिल्ली में विस्फोट कर इजरायल राजनियक पर जानलेवा हमला किया था। इस विस्फोट में इजराइली राजनयिक की पत्नी समेत ड्राइवर और दो अन्य नागरिक भी घायल हुए थे।
You have to appreciate Israeli security agencies, they never forget and always come back for revenge.
This was 10 years ago. pic.twitter.com/x6HD7NiTp1
— Vikrant ~ विक्रांत (@vikrantkumar) May 24, 2022
दिल्ली में विस्फोट की घटना अंजाम देने के बाद थाईलैंड में भी इजरायल दूतावास के अधिकारियों को मारने के लिए गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था। बताया जा रहा है, कि इसका इल्जाम भी हसन खोदयारी पर लगा था। इसके अलावा साइप्रस, तुर्की, इजरायल, केन्या और कोलंबिया में हुई इजरायलियों नागरिको की हत्या और अपहरण में भी हसन का हाथ बताया जाता है।
जानकारी के अनुसार, अभी इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, कि इजराइली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद ने ही हसन सैयद को मौत के घाट उतारा है। हालाँकि पूर्व के घटनाक्रम को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है, कि ये इजरायल की खुफिया एजेंसी का ही कारनामा है। वहीं ईरान के राष्ट्रपति ने कसम खाते हुए कहा है, कि वो खोदयारी की हत्या का बदला जरूर लेंगे।
How a mother dresses her son's bloody body
on 22 may 2022
IRGC Public Relations announced the martyrdom of one of the defenders of the Quds Holy Shrine, "Colonel Sayad Khodaei", in a terrorist act against the revolution by motorcycled individuals affiliated with global arrogance. https://t.co/J0aXWPrp6n— Z SH (@ZarrinSh) May 23, 2022
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हसन खोदयारी को उसके घर के बाहर गोली मारकर खत्म किया गया है। हसन को मारने के लिए हमलावर मोटरसाइकिल से आए थे। उन्होंने कर्नल हसन की छाती पर पांच राउंड फायर किये। इस घटना के बाद इजरायल ने अपने दूतावासों को सर्तक कर दिया है। बता दें, इससे पहले साल 2020 में मोसाद ने ईरान के परमाणु वैज्ञानिक को भी ढ़ेर कर दिया था। आईआरजीसी का सक्रिय सदस्य हसन कर्नल को ट्रंप प्रशासन ने विदेशी आतंकी संगठन की सूची शामिल किया था क्योंकि इस संगठन ने 2015 में न्यूक्लियर समझौते से स्वयं को अलग कर लिया था।