रूढ़िवादी मजहबी कानून के विरोध में हिजाब को उतार फेंक अपने मानव अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरने वाली ईरान की प्रदर्शनकारी महिलाओं के खिलाफ सरकार बर्बरतापूर्वक दमन कर रही है। हालाँकि, सरकार की हिंसक दमनकारी नीतियों के सामने महिलाएँ भी किसी कीमत पर झुकने को तैयार नहीं है और शरिया कानून का सार्वजनिक तौर से बहिष्कार कर रही है।
पूरे ईरान में जारी महिलाओं के अहिंसक प्रदर्शन के बीच ईरान की पुलिस ने पूर्व राष्ट्रपति अली अकबर हाशमी रफसंजानी की बेटी फाजेह हाशमी (Faezeh Hashemi) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने फाजेह पर आरोप लगाया गया है, कि वह ईरान की राजधानी तेहरान में महिला प्रदर्शनकारियों को भड़का रही है।
उल्लेखनीय है, कि हिजाब को लेकर आंदोलनरत ईरान की महिलाओं के समर्थन में तुर्की की प्रसिद्ध गायिका मलेक मोस्सो (Melek Mosso) ने एक स्टेज शो के दौरान सार्वजनिक रूप से अपने बाल को काट दिए।
Turkish singer @MelekMosso cuts off her hair on stage in solidarity with the Iranian women. Thank you Melek!#MahsaAmini #مهسا_امینی #IranProtests2022 pic.twitter.com/ZjISxjGkAL
— Omid Memarian (@Omid_M) September 27, 2022
आज बिना ढके बाल मुस्लिम महिलाओं की स्वंत्रता का प्रतीक बन गया है। हिजाब के विरुद्ध संघर्ष में ईरान की महिलाओं को दुनिया भर से भारी समर्थन मिल रहा है। इसमें समाज के उच्च श्रेणी से लेकर निचले पायदान के लोग भी शामिल है। दुनिया भर के लोग ईरानी महिलाओं के प्रति समर्थन जता रहे है।
#MahsaAmini is an Iranian woman who was beaten to death last week in a “re-education center” for not wearing her hijab correctly.
Her death lead to thousands of Iranians taking to the streets, demanding an end to violence and discrimination against women. pic.twitter.com/8OEsuLILeI
— Jessica Chastain (@jes_chastain) September 25, 2022
उल्लेखनीय है, ईरान में 13 सितंबर 2022 को हिजाब ना पहनने के कारण महसा अमीनी को मोरल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस ने महसा अमीनी को पीट-पीट कर कोमा में पहुँचा दिया गया था। गिरफ्तारी के तीन दिन बाद 16 सितंबर को महसा की दर्द से तड़पते हुए मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हुए, जो कि सरकार की दमनकारी नीतियों के कारण अब हिंसक होते चले गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान के तकरीबन हर शहर में महिलाएँ मोरल पुलिसिंग और हिजाब कानून के विरुद्ध मुल्क की सड़कों पर उतर गई है। ईरान में महिलाएँ सरकार की गले की फांस बन गई है। महिलाएं ना तो हिजाब पहनने को राजी है, और ना ही बाल ढँकने को तैयार है। रिपोर्ट के अनुसार, इसी तरह का प्रदर्शन करने वाली एक युवती को पुलिस ने 6 गोलियाँ दागकर मार दिया।
See how Girls are mercilessly Beaten, assaulted & humiliated Publicly by Psychopath Radical Predators in Iran for not wearing #Hijab .Bloody Morality Police Monsters😡violently assault Girls enforcing Hijab Compulsion. These Extremist countries r living Hell 4 women#MahsaAmini pic.twitter.com/UEVwnN97si
— Jyot Jeet (@activistjyot) September 18, 2022
युवती की मौत के बाद महिलाओं का आंदोलन और ज्यादा उग्र हो गया है। हिजाब विरोधी प्रदर्शन से ईरान में अब तक चार महिलाओं समेत करीब 76 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदर्शनों से घबराई इब्राहिम रईसी सरकार अपने हक के लिए लड़ रही महिलाओं के दमन पर उतारू है। कट्टरपंथी इस्लामिक विचारधारा वाली सरकार ने कुछ दिन पहले ईरान में इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया था। इसके कारण ईरान से बेहद कम खबरें सामने आ रही है।