प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर लक्षद्वीप के खूबसूरत द्वीपो की तस्वीरों पर मालदीव सरकार के मंत्रियों की नस्लवादी और अपमानजनक टिप्पणियों के बाद भारत के साथ खड़े होने वालों की सूची में इजरायल का नाम भी जुड़ गया है। इजरायली दूतावास ने लक्षद्वीप में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन देने की पहल का समर्थन किया है।
सोशल मीडिया हैंडल एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भारत में स्थित इजरायली दूतावास ने लक्षद्वीप की कुछ तस्वीरें पोस्ट की है। इजरायली दूतावास ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा है, “हम पिछले वर्ष केंद्र सरकार के कहने पर लक्षद्वीप में डीसैलिनेशन प्रोग्राम शुरू करने के लिए गए थे। इजरायल अब इस पर काम करने के लिए तैयार है। जिन्होंने अभी लक्षद्वीप के खूबसूरत नजारे नहीं देखे हैं, उनके लिए यहाँ कुछ तस्वीरें हैं।”
We were in #Lakshadweep last year upon the federal government's request to initiate the desalination program.
Israel is ready to commence working on this project tomorrow.
For those who are yet to witness the pristine and majestic underwater beauty of #lakshadweepislands, here… pic.twitter.com/bmfDWdFMEq
— Israel in India (@IsraelinIndia) January 8, 2024
उल्लेखनीय है, कि बीते दिनों राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की सरकार में मंत्री मरियम शिनुआ, मालशा शरीफ और अब्दुल्ला मह्जूम समेत पार्टी के अन्य सदस्यों ने भारत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अशोभनीय एवं विवादास्पद टिप्पणियाँ की थी। बता दें, मालदीव सरकार में मंत्री मरियम शिनुआ ने सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरें देखने के बाद अपनी जुबान से जहर उगला था।
मालदीव सरकार के मंत्रियो की अपमानजनक टिप्पणियों के कारण भारत में मालदीव के प्रति उबाल आ गया और सोशल मीडिया पर लोग मालदीव के प्रतिनिधियों द्वारा की गई नस्लवादी और अपमानजनक टिप्पणियों की आलोचना कर रहे है। एक्स (पहले ट्विटर) पर भी इस मुद्दे को लेकर लगातार अभियान चलाया गया। भारत ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति की गई टिप्पणियों को राजनयिक स्तर पर भी मालदीव के साथ उठाया।
पीएम मोदी व भारत के खिलाफ मालदीव सरकार के मंत्रियो के बयानों का कई बॉलीवुड सितारों और सेलिब्रिटीज़ ने मालदीव के नकारात्मक व्यवहार की खुलकर आलोचना की है। वहीं ऑनलाइन ट्रैवल कम्पनी EaseMyTrip ने भी बड़ी घोषणा करते हुए कहा है, कि वह मालदीव की फ्लाइट टिकट बुक करना बंद कर देंगे।
बता दें, भारत द्वारा मामले को राजनयिक स्तर पर उठाने के बाद मालदीव के हाई कमिश्नर इब्राहीम शहीब को विदेश मंत्रालय ने तलब किया था। मालदीव के हाई कमिश्नर 8 जनवरी, 2024 को सुबह नई दिल्ली में भारत के विदेश मंत्रालय पहुँचे। वहीं इंडियन चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स ने मालदीव का बहिष्कार करने की माँग भारतीय एयरलाइन्स से की है। साथ ही इसने खुद से जुड़े ट्रेवल एजेंट से अपील की है, कि वह मालदीव को घूमने वाले जाने वालों को लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार जाने का सुझाव दें।
वहीं भारत विरोधी बयान को लेकर मालदीव में भी मोहम्मद मुइज्जू की सरकार में तीनों मंत्रियों की कड़ी निंदा की जा रही है। न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ एक विशेष इंटरव्यू में मालदीव की पूर्व विदेश मंत्री दुन्या मौमून ने संकट के दौरान भारत के ऐतिहासिक समर्थन को रेखांकित किया जिसमें 1988 के तख्तापलट के प्रयास और जल संकट और COVID -19 महामारी जैसी हालिया चुनौतियां शामिल हैं।
मालदीव की पूर्व विदेश मंत्री ने भारत-मालदीव संबंधों पर चल रही घटनाओं के प्रभाव और मालदीव के राष्ट्रपति की चीन और तुर्किये की हालिया यात्राओं को अजीब बताया है। उन्होंने कहा, “हालांकि, ये यात्राएं किसी भी तरह से भारत के साथ हमारे संबंधों को कमजोर नहीं करती हैं। यह हमारे पड़ोस में सबसे मजबूत शक्ति है और हम इस मजबूत दोस्ती को महत्व देते हैं।