गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की लगातार सातवीं जीत पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। भाजपा की यह उल्लेखनीय उपलब्धि उसकी नीतियों, सरकार के विकास कार्यो और नेतृत्व के प्रति गुजरात के नागरिकों के समर्थन को प्रकट करती है। वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने का दावा करने के बाद आम आदमी पार्टी मात्र 5 सीटों में सिमट गई थी।
हिमाचल में आप पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहने के बावजूद दिल्ली नगर निगम चुनावों के नतीजे उसका उत्साह बढ़ाने वाले है, लेकिन गुजरात चुनाव में पांच सीटे जीतने वाली आप (AAP) को अब एक नया झटका लगा है। दरअसल, गुजरात के जूनागढ़ जिले की विसावदर क्षेत्र से विधायक चुनकर आये भूपत भयाणी भाजपा का दामन थामने जा रहे है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत और भाजपा की नीतियों से प्रभावित होकर विधायक भूपत भयाणी आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ने जा रहे है। बताया जा रहा है, कि भयाणी दो वर्ष पहले तक बीजेपी में ही थे, इसलिए, आप विधायक का भाजपा में शामिल होना ‘घर वापसी’ के तौर पर देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है, कि विसावदर सीट से विधायक चुनकर आये भूपत भायाणी ने आम आदमी पार्टी का साथ नहीं छोड़ने की बाते कही थी। विधायक ने कहा था, “मैं उस पार्टी के साथ व्यापार करने का स्वप्न कभी भी नहीं देखूँगा, जिसने मुझे विधायक बनाया है, लेकिन अब वे अपने दिए बयान से पलट गए है। सूत्रों के अनुसार, भयाणी सोमवार (12 दिसंबर 2022) को गाँधी नगर में सीएम भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो सकते है।
चुनाव आयोग के वेब पोर्टल के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी भूपत भयाणी ने विसावदर विधानसभा सीट पर 65,675 मत प्राप्त किये थे, जबकि इस सीट पर निवर्तमान भाजपा विधायक हर्षद कुमार को 58771 वोट मिले थे। गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीटों में से भाजपा ने 156 सीटों पर जीत दर्ज की है। आप पार्टी के विधायक के बाद यह संख्या बढ़कर 157 तक पहुंच जाएगी।
खबरों के अनुसार, अन्य चार आप विधायक भी भाजपा के संपर्क में बताये जा रहे है। वही अन्य सभी निर्दलीय उम्मीदवार भी कभी न कभी भाजपा का हिस्सा रहे है। ऐसे में अनुमान लगाए जा रहे है, कि अभी कुछ और विधायक भाजपा के खेमे में शामिल हो सकते है।