देवभूमि उत्तराखंड में चार जुलाई से कांवड़ मेला विधिवत रूप से शुरू हो जाएगा। कावंड यात्रा की सुरक्षा तैयारियों को लेकर एडीजी कानून एवं अपराध की ब्रीफिंग के बाद फोर्स मेला ड्यूटी पर रवाना हो गया। इस बार कावंड मेले में आसमान से लेकर जमीन तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात रहेगी। मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस, पीएसी और अर्द्धसैनिक बल को नियुक्त किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते शनिवार (1 जुलाई 2023) को एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन द्वारा पुलिस लाइन रोशनाबाद स्थित बहुउद्देशीय भवन में कांवड़ मेले में नियुक्त अधिकारियों और कर्मचारियों (पुलिस बल) को ब्रीफ किया। वहीं सीओ सिटी जूही मनराल को वेलफेयर अधिकारी नियुक्त किया गया है। वेलफेयर अधिकारी कांवड़ मेले के दौरान कर्मचारियों के वेलफेयर और समस्याओं के समाधान के लिए भी कार्य करेंगी।
ADG L/O वी. मुरुगेशन द्वारा आज कांवड़ मेला 2023 में नियुक्त पुलिस फोर्स की ब्रीफिंग की गई
I.G गढ़वाल रेंज करन सिंह नगन्याल, DIG Int.& Security योगेंद्र सिंह रावत, DM धीराज सिंह गर्ब्याल व SSP अजय सिंह समेत अनेक पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी भी रहे मौजूद#kanwadmela2023 pic.twitter.com/Av2XRkab7F
— Haridwar Police Uttarakhand (@haridwarpolice) July 1, 2023
रिपोर्ट्स के अनुसार, कावंड यात्रा के दौरान ड्रोन से भी मेला क्षेत्र में निगरानी रखी जाएगी। मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 33 जोन और 153 सेक्टर में बांटा गया है। शनिवार को एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने कहा, कि कांवड़ यात्रा और वर्तमान में चल रही चारधाम यात्रा के दौरान उमड़ रहे जनसमूह को देखते हुए एक चुनौती के रूप में पूरे मनोयोग से यात्रा सकुशल संपन्न करानी है। किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से तुरंत रोका जाए।
वहीं एसएसपी अजय सिंह ने कहा, कि कांवड़ यात्रा की लंबी और थकान भरी ड्यूटी के बीच भक्तिभाव को प्राथमिकता देते हुए आक्रोशित भावनाओं पर नियंत्रण जरुरी है। छोटी घटनाएं कई बार बड़ा रूप ले लेती है, इन्हें रोकने के लिए अपने अनुभव का सहारा लेने के साथ ही बिना किसी हिचक के अपने अधिकारियों से भी समस्या के निराकरण के लिए सहायता मांगे।
उन्होंने कहा, विशेष तौर पर पूरे कांवड़ मेले के दौरान सभी उच्च स्तर का धैर्य बनाकर ड्यूटी करें। कांवड़ यात्रा के दौरान लगातार बारिश होने की संभावना है। बारिश के बीच भी व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए अपने साथ डंडे, बरसाती व टॉर्च भी रखें। डिहाईड्रेशन से खुद को बचाकर रखने के लिए पानी से भरी बोतलें अपने पास रखें। वैकल्पिक तौर पर ओआरएस, नींबू पानी का भी प्रयोग करें।
बता दें, पूरे मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 33 जोन व 153 सेक्टर में बांटा गया है। सुपर जोन की जिम्मेदारी एएसपी स्तर के अधिकारी संभालेंगे। जोन की जिम्मेदारी सीओ एवं इंस्पेक्टर और सेक्टर की एसएचओ, एसओ और एसएसआई स्तर के अधिकारियों को सौंपी गई है। मेला क्षेत्र में बीडीएस, डॉग स्क्वायड की पांच टीमें नियुक्त की गई है। वहीं आतंकी घटनाओं की रोकथाम के लिए एंटी टेरिस्ट स्क्वायड की दो टीमें मेला क्षेत्र में सक्रिय रहेंगी और प्रत्येक संदिग्ध शख्स अथवा परिस्थिति से निपटने के लिए पूरे समय तत्पर रहेंगी।