दिल्ली दंगो की हिंसा में अपनी जान गवाने वाले उत्तराखंड पौड़ी जिले के रोखड़ा गांव निवासी दिवंगत दिलबर नेगी के परिवार के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता कपिल मिश्रा द्वारा दिलबर नेगी की बहनों से राखी बंधवाई। दिलबर नेगी की बहनों को रक्षाबंधन पर ‘भाई’ का प्यार के साथ कपिल मिश्रा द्वारा जीवन भर रक्षा का वचन भी मिला। रक्षा बंधन के अवसर पर कपिल मिश्रा ने दिलबर सिंह नेगी की मां को वचन दिया कि जब भी उन्हें उनकी जरूरत पड़े वह उन्हें बुला सकती है। वह सदैव उनके पुत्र की तरह ही सहायता के लिए तत्पर रहेंगे।
मजहबी हिंसा के उन्माद में दिलबर नेगी की निर्मम हत्या की गयी थी। मजहबी शैतानो ने निर्दोष दिलबर नेगी के दोनों हाथ काटकर उसे आग में जिंदा जला दिया गया था। इससे पहले भी कपिल मिश्रा द्वारा दिलबर नेगी के परिवार की 3 लाख रुपये की आर्थिक मदद कर चुके है।
जानकारी के लिए बता दे , शाहीन बाग से शुरू हुए धरने प्रदर्शन की परिणीति से हुए हिंदू विरोधी दंगे का शिकार दिलबर सिंह नेगी का शव अनिल स्वीट हाउस में 26 फरवरी को क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था। उत्तराखंड का निवासी दिलबर नेगी परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए अनिल स्वीट हाउस में काम करते था। दिलबर सिंह नेगी को मजहबी दंगाइयों की भीड़ ने तलवार से हाथ पैर काटने के बाद जीवित ही जलती आग में फेंक दिया था।
My Rakhi with sisters of Dilbar Negi Ji pic.twitter.com/wBnIwt08xw
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) August 22, 2021
वर्ष 2020 की 26 फरवरी को जब स्वीट शॉप के मालिक अनिल पाल पुलिस के साथ अपनी दुकान को देखने पहुंचे, तो उन्हें दिवंगत दिलबर नेगी का शरीर दूकान की दूसरी मंजिल पर सीढ़ी के नजदीक मिला था। मजहबी दंगाइयों ने क्रूरता का वो नंगा नाच खेला, कि जब पुलिस को दिलबर नेगी का शव मिला तो उसके शरीर से हाथ और पैर गायब मिले थे, जबकि शरीर के बाकी हिस्सा राख के ढेर में मौजूद था। इसका अर्थ यही निकलता है, कि दंगाइयों ने शरीर को जलाने से पहले दिलबर नेगी के शरीर के इन भागों को काट कर अलग कर दिया गया था। दिलबर नेगी उत्तराखंड के अपने गांव से महज 6 महीने पहले ही दिल्ली नौकरी की तलाश में आए थे।