सनातन हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। मंगलवार (8 नवंबर 2022) को कार्तिक पूर्णिमा पर्व के अवसर पर धार्मिक नगरी हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। कार्तिक स्नान पर्व पर हरकी पैड़ी पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में पावन डुबकी लगाई।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से श्रद्धालुओं को पुण्य की प्राप्ति होती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था। वहीं दूसरी मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। इसके बाद देवताओं ने दीवाली मनाई थी। कार्तिक मास में पड़ने वाले स्नान पर्व को देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है। इस दिन देवता धरती पर स्नान के लिए आते है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हरिद्वार में सोमवार आधी रात से ही भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। वहीं, ब्रह़मुहुर्त से ही श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी पहुंचकर स्नान करना शुरू कर दिया। प्रातः काल में ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।
Haridwar, Uttarakhand | Devotees take a holy dip in river Ganga on the occasion of #KartikPurnima pic.twitter.com/NkVR9i2Lfi
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 8, 2022
श्रद्धालुओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने से पुण्य और मोक्ष की सिद्धि होती है। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए हरिद्वार पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए है। मेला क्षेत्र को 9 जोन और 33 सेक्टर में बांटकर पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके साथ ही ट्रैफिक को लेकर भी विशेष प्रबंध किए गए है।
वहीं ज्ञान गोदड़ी विवाद के मद्देनजर प्रस्तावित स्थल भारत स्काउट एवं गाइड कार्यालय पर अलग से जोन बनाया गया है। जिसके मद्देनजर सिख समुदाय के नागरिको से समन्वय स्थापित करने और नजर रखने हेतु सिख पुलिसकर्मियों को सादे कपड़ों में तैनात किया गया है।
हरिद्वार पुलिस ने श्रद्धालुओं के डूबने की घटनाओं पर रोकथाम के मद्देनजर मुख्य स्नान घाटों पर जल पुलिस जवान, गोताखोरों के साथ ही एक प्लाटून फ्लड कंपनी बोट के साथ तैनात है। इसके साथ ही आतंकी गतिविधियों की रोकथाम के लिए सतर्कता के साथ लगातार चेकिंग की जा रही है।
आज कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर हरिद्वार हरकी पैड़ी सहित सभी गंगा घाटों पर उमड़ा आस्था का जन सैलाब। #UttarakhandPolice का पूरा प्रयास कि लोग सुगमता व सुव्यवस्थित ढंग से स्नान कर अपने गंतव्यों को प्रस्थान करें।#KartikPurnima @ANINewsUP pic.twitter.com/UBSiRxYzcm
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) November 8, 2022
उल्लेखनीय है, कि चंद्र ग्रहण की अवधि को छोड़कर बाकी पूरे दिन श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमा सकते है। चंद्र ग्रहण से नौ घंटे पूर्व सूतक लगने से पहले मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए है। बता दें, आज मंगलवार को वर्ष को अंतिम पर्व स्नान कार्तिक पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण एक साथ पड़ रहे है। इसके बाद 14 जनवरी 2023 जनवरी में मकर संक्रांति पर सबसे बड़ा स्नान पर्व होगा।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, प्रातः 6:30 बजे से सात बजे तक स्नान का प्रथम शुभ मुहूर्त था। दोपहर में 12 बजे से एक बजे तक स्नान का दूसरा मुहूर्त है। चंद्र ग्रहण शाम 5:22 बजे से प्रभावी होगा और 6:19 बजे तक रहेगा। वहीं, चंद्रग्रहण की अवधि के बाद भी श्रद्धालु गंगा स्नान कर सकेंगे।