मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार (16 जून 2023) की सुबह बाबा केदार के दर्शन करने केदारनाथ धाम पहुंचे। सीएम धामी ने हेलीपैड से लेकर मंदिर परिसर तक सभी निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर केदारधाम में चल रहे कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। इसके साथ ही बाबा केदार के दर्शन हेतु देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं से बातचीत की और उनसे यात्रा व्यवस्था से संबंधित फीडबैक भी लिया।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा, “प्रणाम आपको बारम्बार, जय हो बाबा श्री केदार” आज प्रातः श्री केदारनाथ धाम में बाबा केदार की सम्पूर्ण विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना एवं हवन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर देवाधिदेव महादेव से राज्य की उन्नति एवं समस्त प्रदेशवासियों के सुख-शान्ति व समृद्धि की कामना की।”
"प्रणाम आपको बारम्बार, जय हो बाबा श्री केदार"
आज प्रातः श्री केदारनाथ धाम में बाबा केदार की सम्पूर्ण विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना एवं हवन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर देवाधिदेव महादेव से राज्य की उन्नति एवं समस्त प्रदेशवासियों के सुख-शान्ति व समृद्धि की कामना की। pic.twitter.com/oYAbLaC6H2
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 16, 2023
मुख्यमंत्री धामी ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य के दूसरे फेस के सभी निर्माण कार्यों को इस वर्ष के अंत तक पूर्ण कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। सीएम धामी ने कहा, कि आज से 10 वर्ष पहले केदारनाथ में आई त्रासदी ने सब कुछ बर्बाद कर दिया था। उन्होंने कहा, आपदा के बाद बीते दस वर्षो में केदारपुरी का स्वरुप तो बदला ही, यात्रा भी साल दर साल प्रतिमान गढ़ रही है।
सीएम धामी ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा केदार के अनन्य भक्त हैं, बाबा केदार के सच्चे भक्त है। आज बाबा केदार की कृपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छाशक्ति के कारण ही समस्त केदार पुरी क्षेत्र दिव्य और भव्य रूप ले चुकी है और आगे भी निर्माण कार्य जारी है। मुख्यमंत्री धामी ने पीएम नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद करते हुए बाबा केदार से उनके स्वस्थ, दीर्घायु होने की कामना की।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने केदारनाथ यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण का कार्य कर रहे है श्रमिकों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा, कि हमारे श्रमिक विभिन्न विषम परिस्थितियों में यह काम कर रहे है, सभी श्रमिकों का विशेष ध्यान रखा जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाए, कि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
बता दें, 10 साल पहले आज के ही दिन यानी 16 जून को केदारनाथ में जल प्रलय आई थी। केदारनाथ में जून 2013 की आपदा ने केदारनाथ के साथ ही गौरीकुंड व सोनप्रयाग के बीच भारी तबाही मचाई थी। सोनप्रयाग से आगे गौरी कुंड तक हाईवे का नामोनिशान मिट गया था। इसके अलावा सोनप्रयाग कस्बे का 70 प्रतिशत हिस्सा भी जल प्रलय की भेंट चढ़ गया था।
उल्लेखनीय है, कि इन बीते दस वर्षो में प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप हुए पुनर्निर्माण कार्यो की बदौलत केदारपुरी ना केवल दिव्य और भव्य स्वरुप में निखरी है, बल्कि इसका आकर्षण भी और अधिक बढ़ा है। धामी सरकार भी केदारनाथ यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही है।