केदारनाथ धाम में दर्शनों के लिए आने वाले बुजुर्गों, दिव्यागों और बीमार तीर्थयात्रियों के लिए पर्यटन विभाग ने चिनूक हेलीकॉप्टर से महिंद्रा एसयूवी थार धाम पहुंचाई थी। हालाँकि अब खास मेहमानों को मंदिर तक ले जाने वाली थार गाड़ी का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने नाराजगी व्यक्त की है और रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी को संबंधित प्रकरण में जांच के आदेश दिए है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा, कि पर्यटन विभाग ने केदारनाथ धाम में बीमार और घायलों की सुविधा के लिए दो थार की व्यवस्था की है, लेकिन एक वीडियो में थार से सामान्य लोगों को ले जाता दिखाया गया है। यह बहुत गलत है, जिलाधिकारी को सख्त निर्देश दिए हैं, कि सामान्य यात्रियों को थार में नहीं ले जाया जाएगा। ये केवल बीमार और घायल व्यक्तियों के लिए हैं। जिसने भी सामान्य व्यक्ति को थार में ले जाने की अनुमति दी है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
#WATCH केदारनाथ में दो थार गाड़ी पहुँचाई थी ताकि बीमार विकलांग यात्रियों की मदद हो, लेकिन इन गाड़ियों से पर्यटन होने लगा। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मामले में कार्रवाई के निर्देश दिये है। pic.twitter.com/nFCxcN3H75
— News & Features Network (@newsnetmzn) June 8, 2024
गौरतलब है, कि पर्यटन विभाग ने धाम में बीमार, बुजुर्ग, विकलांग तीर्थ यात्रियों की सहायता और उन्हें हेलीपैड, बेस कैंप आदि स्थानों से मंदिर तक लाने और छोड़ने के कार्य के लिए दो महिंद्रा एसयूवी थार की तैनाती की थी, लेकिन शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में नजर आ रहा है, कि एसयूवी से वीआईपी यात्री उतर रहे हैं। ये यात्री कौन हैं और कहां से आए थे, इसके बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
वहीं तीर्थ पुरोहितों ने भी केदारनाथ में एसयूवी के संचालन पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है, कि व्यवस्थाएं बेहतर करने के लिए एसयूवी के स्थान पर एंबुलेंस की तैनाती की जानी चाहिए थी, जिससे बीमार व घायल लोगो को समय पर उचित इलाज मिलता। साथ ही उन्होंने एसयूवी को हटाने की मांग भी की है।