केरल राज्य के इडुक्की इलाके में स्थित एक गिरजाघर के पादरी ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। वहीं पार्टी की सदस्यता लेने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने के बाद कैथोलिक चर्च ने उन्हें पादरी के पद से हटा दिया। बताया जा रहा है, पादरी को उनके पद से हटाने का फैसला आपातकालीन बैठक बुलाकर लिया गया।
ऑपइंडिया की रिपोर्ट् के अनुसार, इडुक्की के कैथोलिक मंकुवा गिरजाघर में पादरी 72 वर्षीय कुरियाकोस मट्टम ने 2 अक्टूबर 2023 को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ली थी। इसके बाद कुरियाकोस मट्टम के भाजपा में शामिल होने की सूचना मिलते ही साइरो मालाबार चर्च के आर्कबिशप ने एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाते हुए बैठक में फैसला लिया, कि मट्टम को उनके पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाए।
आर्कबिशप द्वारा लिए गए इस फैसले की जानकारी देते हुए गिरजाघर के एक प्रतिनिधि ने बताया, कि पादरी वर्ग के लोग किसी सियासी पार्टी की सदस्यता नहीं ले सकते हैं। मट्टम, संत थॉमस गिरजाघर के पादरी के तौर पर कार्य कर रहे थे, इसलिए उनको पार्टी में शामिल होने की मंजूरी नहीं थी।
वहीं कुरियाकोस मट्टम को इडुक्की जिला भाजपा जिलाध्यक्ष केएस आजी ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। आजी ने इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी शेयर की। मट्टम ने बीजेपी में शामिल होने पर कहा, उन्हें नहीं लगता, कि भाजपा ईसाई विरोधी पार्टी है। मट्टम ने आगे कहा, “मैं वर्तमान के मुद्दों पर पैनी नजर रखता हूँ। ऐसी कोई भी वजह नहीं है, कि मैं भाजपा की सदस्यता ना लूँ। मेरी कई भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मित्रता है। मैंने आज सदस्यता ली है। मैं लगातार समाचार पत्र पढ़ता हूँ और भाजपा को समझता हूँ।”
Church removes a Catholic priest in Kerala’s Idukki as he joins a Political party. A Catholic priest under the Idukki Diocese of the Syro-Malabar church was relieved of his duties as Vicar on Monday, hours after he joined the BJP.
Father Kuriakose Mattam received the primary… pic.twitter.com/ZyfaDyWCky— Eagle Eye (@SortedEagle) October 3, 2023
मट्टम ने आगे बताया, “आज से 40-45 वर्ष पहले तिरुवनंतपुरम का मार्क्सवादी पार्टी का एक ग्रुप हमारे यहाँ से गुजर रहा था, मैंने उसकी बैठक में भी हिस्सा लिया था। मैं इसको भी उसी तरह से देखता हूँ।” इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष आजी ने कहा, “भाजपा पादरी का खुशी से स्वागत करती है। यह पहली बार है, कि कोई पादरी भाजपा में शामिल हो रहे है। वर्तमान समय में भाजपा अल्पसंख्यकों के लिए कार्य कर रही है और कई विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं।”