बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में बैडमिंटन के पुरुष एकल मुकाबले में अपने स्वर्ण पदक के ‘लक्ष्य’ से ना चूकते हुए सोमवार (8 अगस्त 2022) को लक्ष्य सेन ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया। उल्लेखनीय है, कि इस जीत से लक्ष्य सेन उत्तराखंड के दूसरे गोल्डन ब्वॉय बन गए है। इससे पहले आखिरी बार 2006 में निशानेबाज जसपाल राणा ने अंतिम बार सेन्टर फायर पिस्टल मेन्स पेअर्स इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया था।
गौरतलब है, कि लक्ष्य सेन ने पहला सेट हारने के बावजूद मैच की बाजी पलट दी। खेल प्रेमी लक्ष्य सेन द्वारा पहला सेट हराने से बेहद निराश थे, लेकिन इसके बाद के दो सेटो में लक्ष्य सेन ने जिस प्रकार अपने खेल में लय पकड़ी, उससे खेल प्रेमी उनके खेल के कायल हो गए। आखिरी के दो सेटो में मलेशिया के खिलाड़ी योंग को लक्ष्य सेन ने कोई मौका नहीं दिया। पुरुष एकल के फाइनल मैच में लक्ष्य सेन ने मलेशिया के एनजी टीजे योंग को 19-21, 21-9, 21-16 से हराया है। बता दें, लक्ष्य सेन का राष्ट्रमंडल खेलों में यह पहला पदक है।
लक्ष्य सेन की इस शानदार जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई दी। सीएम धामी ने लिखा ‘शाबाश लक्ष्य’, उत्तराखण्ड के सपूत लक्ष्य सेन जी को कामनवेल्थ गेम्स 2022 की बैडमिंटन प्रतिस्पर्धा में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से स्वर्ण पदक जीतने पर हार्दिक बधाई। ‘ लक्ष्य सेन ने ऐतिहासिक प्रदर्शन से देश के साथ-साथ प्रदेश का नाम भी ऊंचा किया है। हमें आप पर गर्व है।’
शाबाश लक्ष्य..!
उत्तराखण्ड के सपूत @lakshya_sen जी को #CommonwealthGames2022 की #Badminton प्रतिस्पर्धा में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से स्वर्ण पदक जीतने पर हार्दिक बधाई।
आपने इस ऐतिहासिक प्रदर्शन से देश के साथ-साथ प्रदेश का नाम भी ऊंचा किया है।
हमें आप पर गर्व है।#LakshyaSen pic.twitter.com/qvlClYHDz0
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 8, 2022
प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा ‘बैडमिंटन में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई। लक्ष्य ने राष्ट्रमंडल खेल में शानदार खेला और फाइनल के दौरान उत्कृष्ट प्रर्शन किया। वह भारत की शान हैं। उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं’।
Elated by the accomplishment of @lakshya_sen. Congratulations on winning the Gold medal in Badminton. He’s played excellently through the CWG and showed outstanding resilience during the Finals. He is India’s pride. Best wishes to him for his future endeavours. #Cheer4India pic.twitter.com/1b5elEPbHM
— Narendra Modi (@narendramodi) August 8, 2022
लक्ष्य सेन की इस सफलता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत के साथ ही उनके पिता और कोच डीके सेन का भी बड़ा हाथ है। बता दें, लक्ष्य सेन के पिता डीके सेन बैडमिंटन के जाने-माने कोच है, और वर्तमान में बेंगलूर स्थित देश की जानी-मानी प्रकाश पादुकोण बैटमिंटन अकादमी से जुड़े हुए है। बचपन में लक्ष्य सेन ने कोच पिता की देखरेख में बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था। महज छह-सात साल की उम्र में उनका खेल देखकर लोग अचंभित हो जाते थे। लक्ष्य की हाईस्कूल तक की पढ़ाई अल्मोड़ा के बीरशिवा स्कूल में ही हुई है।
इससे पहले लक्ष्य सेन ने मनीला में आयोजित एशिया टीम चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। वहीं 2018 में ब्यूनस आयर्स में हुए यूथ ओलंपिक गेम्स में लक्ष्य सेन सिल्वर मेडल जीता था, जबकि 2018 में वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में लक्ष्य सेन ने कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया था। इसके साथी लक्ष्य सेन ने एशियन जूनियर चैंपियनशिप 2016 में कांस्य और 2018 में स्वर्ण पदक जीता था।