आमिर खान अपने परफेक्शन के लिए बॉलीवुड में पहचाने जाते है, हालाँकि ‘लाल सिंह चड्डा’ फिल्म में आमिर की परफॉर्मेंस में दर्शको को परफेक्शन नजर नहीं आया, और शायद इसी वजह से ‘Laal Singh Chaddha’ पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई। बता दें, पिछले 13 साल में आमिर खान की ओपनिंग-डे पर ये सबसे कम कारोबार करने वाली फिल्म है। अब कमाई बढ़ाने के लिए फिल्म को पाकिस्तान में भी रिलीज करने की तैयारियां भी चल रही है, उल्लेखनीय है, कि बीते 3 वर्षो से पकिस्तान ने भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर बैन लगा रखा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘लाल सिंह चड्ढा’ ने बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन लगभग 10-11 करोड़ का कारोबार किया। फिल्म की बेहद धीमी शुरुआत देखकर एकबारगी ऐसा प्रतीत हुआ, कि शायद फिल्म 10 करोड़ तक भी नहीं जुटा पाएगी, लेकिन किसी प्रकार फिल्म दोपहर बाद ओपनिंग-डे में 10-11 करोड़ का आँकड़ा छूने में सफल रही। फिल्म समीक्षकों के अनुसार, देश के अन्य राज्यों के मुकाबले फिल्म ने दिल्ली और पंजाब में बेहतर प्रदर्शन किया है।
वहीं दूसरी ओर आमिर खान की इस फिल्म को पाकिस्तान में रिलीज करने की कोशिशें की जा रही है। सिनेपैक्स मीडिया समूह के एमडी साद बेग ने ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ को जानकारी दी, “हमने पकिस्तान सूचना मंत्रालय को एनओसी के लिए आवेदन किया है। अगर हमें एनओसी मिलती है, तो फिल्म पाकिस्तान में रिलीज होगी।” हालांकि पाक सूचना मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तान में ‘लाल सिंह चड्ढा’ की रिलीज के लिए एक एनओसी जमा की गई है, और हम हमारी नीति पर कयाम है। कोई भी भारतीय फिल्म या भारत में बना कोई भी प्रोजेक्ट पाकिस्तान में रिलीज नहीं होगा।
उल्लेखनीय है, कि आमिर खान की बीते गुरुवार (11 अगस्त 2022) को रिलीज हुई लाल सिंह चड्डा फिल्म को दर्शको और फिल्म समीक्षकों ने सिरे से नकार दिया है। फिल्म समीक्षकों के अनुसार, लाल सिंह चड्डा की कहानी में ना ठीक ढंग से रोमांस है, ना कॉमेडी और ना एक्शन और ना ही इमोशन है। हॉलीवुड की क्लासिक फिल्म ‘फॉरेस्ट गंप’ का हिंदी रीमेक लाल सिंह चड्डा हद से ज्यादा लंबी फिल्म है। फिल्म का स्क्रीनप्ले भी निराश करता है। कहानी में सबकुछ समेटने के चक्कर में फिल्म किसी खास मेसेज तक नहीं पहुंच पाती है।
फिल्म की कहानी दर्शकों को बांधे रखने में सफल नहीं रहती है, दरअसल फिल्म देखते वक्त दर्शक कहानी को समझने में इतने उलझ जाते है, कि किरदारों के साथ इमोशनल कनेक्शन पैदा ही नहीं हो पाता है। दूसरा फिल्म में ‘मोहम्मद भाई’ के किरदार को गले से नीचे निगलना मुश्किल होता है। पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन की तरफ से कारगिल में लड़ रहे, इस आतंकी को ‘लाल सिंह’ बचाता है, मगर उसका कोई रिकॉर्ड सैन्य बलों के पास उपलब्ध नहीं है।
फिल्म में पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद भाई अस्पताल से छुट्टी होने के बाद वह शहर में खुला घूमता रहता है, और उसने मुंबई में अपना आशियाना बना रखा है। ‘और तो और’ लाल सिंह उस आतंकी के साथ मिलकर चड्डी-बनियान का कारोबार भी करता है, और एक दिन दोनों इतने बड़े बिजनेस मैन बन जाते है, कि दोनों की फोटो एक राष्ट्रीय पत्रिका के फ्रंट पेज पर छपती है, फिर एक दिन मोहम्मद भाई पकिस्तान वापस लौट जाता है।
लाल सिंह चड्डा के मुख्य किरदार आमिर खान कहीं जगहों पर ओवर एक्स्प्रेशन देते नजर आये है। एक मेंटली चैलेंज्ड किरदार को जिस संजींदगी से निभाने की उम्मीद दर्शको ने आमिर खान से की थी, उसमें वो फेल नजर आते है। कई मिनटों तक देश की सड़कों पर बेवजह दौड़ते लाल सिंह का लंबा सीन कहानी में कोई खास संदेश नहीं दे पाया है। कुल मिलाकर ‘फॉरेस्ट गंप’ की उन बातो को निकाल दिया जाये, जिस वजह से ‘फॉरेस्ट गंप’ को ऑस्कर मिला था, और उस बचे हुए हिस्से से इमोशनल सीन भी निकाल दिए जाए, फिर जो बचेगा, उसी को आमिर खान ने ‘लाल सिंह चड्डा’ फिल्म में दर्शको के सामने परोस दिया है।