ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस (Britain PM Liz Truss) ने देश में जारी सियासी संकट के बीच महज 44 दिनों के बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उल्लेखनीय है, कि विवादित मिनी बजट प्रस्तुत करने के वजह से लिज ट्रस की भारी आलोचना हो रही थी। इसके बाद लिज ट्रस ने ब्रिटेन कि जनता से माफी माँग ली थी, लेकिन उनकी कंजर्वेटिव पार्टी के अधिकतर सदस्य उनके त्याग पत्र की माँग कर रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस्तीफा देने के बाद लिज ट्रस ने कहा, कि वो अपने वादे पूरा करने में असफल रही, जिस वजह से वो अपने पद से इस्तीफा दे रही है। लिज ट्रस के अनुसार, जब वह प्रधानमंत्री बनी थी, तब देश के आर्थिक हालात स्थिर नहीं थे। उन्होंने कहा, “मैंने टैक्स कम करने का सपना देखा था और मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव डालने का प्रयास किया, लेकिन मैं अपनी इस कोशिश में असफल रही।”
British Prime Minister Liz Truss announced her resignation Thursday after six turbulent weeks in office, making her one of the shortest-serving prime minister in British history. https://t.co/qaTkuvRkEg pic.twitter.com/1VclvUGEQQ
— The Washington Post (@washingtonpost) October 20, 2022
उल्लेखनीय है, कि पीएम पद से त्याग पत्र देने के बाद लिज ट्रस ब्रिटिश इतिहास में सबसे कम वक्त तक रहने वाली प्रधानमंत्री बन गई है। लिज ट्रस सिर्फ 44 दिनों तक प्रधानमंत्री पद पर कयाम रह सकी। इससे पहले सबसे कम वक्त तक ब्रिटेन का प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड जॉर्ज कैनिंग के नाम दर्ज था। जॉर्ज कैनिंग 119 दिनों तक प्रधानमंत्री पद पर थे। बता दें, लिज ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री थी।
बोरिस जॉनसन द्वारा प्रधानमंत्री का पद छोड़ने के बाद लिज ट्रस ने यह सत्ता की कमान संभाली थी। उस वक्त भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता ऋषि सुनक ने स्पष्ट शब्दों में कहा था, कि लिज ट्रस की आर्थिक नीतियां ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाएंगी, लेकिन पीएम बनने के बाद लिज ट्रस ने सुनक की चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया था।
लिज ट्रस की सरकार ने ब्रिटेन की संसद में कुछ वक्त पहले ही मिनी-बजट पेश किया था। इस बजट में लिज ट्रस ने टैक्स बढ़ोतरी और महंगाई पर रोकथाम लगाने वाले कदम उठाए थे, लेकिन जल्द ही इन फैसलों को सरकार ने वापस ले लिया था।
उल्लेखनीय है, कि सट्टेबाजों के ‘ऑड्स एग्रीगेटर’ ‘ऑड्सचेकर’ के अनुसार, 47 वर्षीय लिज ट्रस का स्थान लेने के लिए भारतीय मूल के ब्रिटिश राजनेता ऋषि सुनक सबसे पसंदीदा दावेदार है। वहीं सुनक की टीम भी ब्रिटेन की सियासत में दमदार वापसी का मौका देख रही है।
जानकारी के लिए बता दें, पीएम पद के लिए हुए पिछले दो चुनावों में ब्रिटेन के वित्त मंत्री जेरेमी हंट प्रबल उम्मीदवार थे। वर्ष 2019 में जेरेमी अंतिम रन-ऑफ में बोरिस जॉनसन से हार गए थे। अब मौजूदा राजनितिक संकट में एकबार फिर उनका नाम सुर्खियों में है। इसके अलावा ब्रिटिश पीएम के संभावित दावेदारों में पेनी मोर्डेंट का नाम भी चर्चा में है, जो मौजूदा कैबिनेट की सदस्य है।