दिल्ली स्थित फाइव स्टार होटल लीला पैलेस में एक व्यक्ति स्वयं को रॉयल फैमिली का बताकर कई दिनों मजे लूटता रहा, लेकिन जब भारी भरकम बिल देने की बारी आई, तो वह मौका देखकर नौ दो ग्यारह हो गया। मामला पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस आरोपी व्यक्ति की खोजबीन में जुट गई है। पुलिस ने अनुसार, आरोपी पूरे चार महीने तक पांच सितारा होटल लीला पैलेस में ठहरा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी महमेद शरीफ ने खुद को यूएई के शाही खानदान का एक सीनियर पदाधिकारी बताया। आरोपी पर ₹23 लाख से ज्यादा के बिल का भुगतान बकाया है। पुलिस के अनुसार, आरोपित महमेद शरीफ ने 1 अगस्त को फाइव स्टार होटल में चेक इन किया था। वह होटल के कमरा नंबर 427 में रुका और 20 नवंबर 2022 को होटल से मौका देखकर बिना बिल चुकाए फरार हो गया।
Impersonating as an UAE royal family aide, a ‘guest’ (identified as Md Sharif), fled without settling a bill of ₹23L after staying at Leela Palace Hotel over 4mnths.
The suspect used fake Ids & business card, has also stolen silverware & pearl tray from the hotel. pic.twitter.com/zUqxkE6swV
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) January 17, 2023
पुलिस ने बताया, बकाया बिलों में 23.46 लाख रुपये के साथ ही आरोपी चांदी का बॉटल कंटेनर और मोतियों की ट्रे सहित कई कीमती सामान लेकर भाग गया। होटल प्रबंधन ने कहा, कि आरोपित शरीफ ने यूएई सरकार के एक अहम अधिकारी – ‘ऑफिस ऑफ हिज हाइनेस शेख फलाह बिन जायद अल नाहयान’ का नाम बताकर होटल में चेक इन किया था। उसने होटल में चेक इन के दौरान फर्जी बिजनेस कार्ड और यूएई निवासी कार्ड भी दिखाया था।
होटल प्रबंधन ने पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत में कहा, ऐसा प्रतीत होता है, कि गेस्ट ने जानबूझकर गलत छवि बनाने और बाद में होटल को धोखा देने के इरादे से अतिरिक्त भरोसा हासिल करने के लिए ये कार्ड दिखाए थे। आरोपी ने अगस्त और सितंबर 2022 के महीने में रूम के किराये के लिए 11.5 लाख रुपये के कुछ भाग का भुगतान भी किया था, जबकि कुल बकाया अभी भी 23,48,413 रुपये है, जिसके लिए आरोपी ने 20 लाख रुपये का पोस्ट-डेटेड चेक जारी किया था।
होटल प्रबंधन ने अनुसार, यह पोस्ट-डेटेड चेक बैंक में लगाते ही बाउंस हो गया। पुलिस के अनुसार, आरोपी 20 नवंबर की दोपहर करीब 1 बजे कीमती सामान लेकर होटल से फरार हो गया। शिकायत में कहा गया है, कि यह धोखाधड़ी पूरी तरह से पूर्व नियोजित लगती है, है क्योंकि हम इस बात को मानकर चल रहे थे, कि 22 नवंबर, 2022 तक होटल को उनके द्वारा जमा किए गए पोस्ट-डेटेड चेक के जरिये से बकाया राशि प्राप्त हो जाएगी।
होटल प्रबंधन के अनुसार, महमेद शरीफ की मंशा गलत थी और होटल प्रबंधन को धोखा देने का उसका इरादा स्पष्ट था। इस बीच पुलिस शरीफ की गतिविधियों की जानकारी जुटाने के लिए होटल परिसर के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। आरोपी की निजी जानकारियां जुटाई जा रही है। आरोपी के फोन नंबर को भी सर्विलांस पर रखा गया है।