गुजरात के पाटन जिले स्थित एक मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के कारण 18 वर्षीय छात्र की मौत के बाद पुलिस ने 15 सीनियर छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सभी आरोपी एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। बताया जा रहा है, कि कथित तौर पर सीनियर्स द्वारा रैगिंग के दौरान पीड़ित समेत कई जूनियर छात्रों को हॉस्टल में तीन घंटे तक खड़ा रखा।
इस मामले में जीएमईआरएस कॉलेज और अस्पताल के डीन डॉक्टर हार्दिक शाह ने बताया, कि तीन घंटे तक खड़े रहने के बाद पीड़ित बेहोश हो गया और जब उसे अस्पताल ले जाया गया, तब डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक छात्र का नाम अनिल मेथानिया है। अनिल पहले वर्ष का छात्र था जबकि उसकी रैगिंग करने वाले द्वितीय वर्ष के छात्र बताए जा रहे हैं। यह घटना शनिवार (16 नवंबर, 2024) को रात में घटित हुई।
मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष के कुछ छात्रों ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर इंडियन एक्सप्रेस को बताया है, कि उन लोगों को हॉस्टल के एक कमरे में इकट्ठा होने को कहा गया था। इसके बाद उन्हें 2-3 घंटे खड़ा रखा गया और फिर उनसे एक-एक कर इंट्रोडक्शन माँगा गया। इसके बाद अनिल मेथानिया बेसुध होकर गिर गया। अस्पताल ले जाए जाने पर चिकित्सकों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया।
मामले में बालिसाना थाना पुलिस ने कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी से रिपोर्ट माँगी है। पुलिस ने कहा है, कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। अगर सीनियर छात्र रैगिंग के लिए जिम्मेदार पाए गए, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं छात्र के परिजनों ने मामले में न्याय की माँग की है।