दवा, ऊर्जा और सिटी गैस वितरण क्षेत्र में काम करने वाले उद्योग समूह टोरेंट को चलाने वाले अरबपति व्यवसायी भाइयों सुधीर मेहता और समीर मेहता ने समूह के संस्थापक व अपने पिता उत्तमभाई नाथलाल पटेल की जन्म शताब्दी पर रविवार (31 मार्च 2024) को बड़ी घोषणा की। उन्होंने जानकारी दी है, कि उनके समूह ने सामाजिक कार्यों के लिए 5000 करोड़ रुपए दान करने का संकल्प लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह योगदान टोरेंट समूह की कंपनियों के वैधानिक सीएसआर योगदान के अतिरिक्त करेंगे। इस दान का प्रबंधन यूएनएम फाउंडेशन द्वारा किया जाएगा। वह इस दान का उपयोग आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा के साथ-साथ पारिस्थितिकी और कला को बढ़ावा देने के लिए करेंगे।
Pharmaceuticals-to-energy Torrent Group's Mehta family has pledged to donate Rs 5,000 crore over the next five years to the philanthropic foundation set up in name of the group's founder U N Mehta as part of his birth centenary celebrations, the group … https://t.co/Ab1upuX3Lj
— Business Standard (@bsindia) March 31, 2024
गौरततब है, कि फार्मास्युटिकल से लेकर ऊर्जा, पावर, गैस के क्षेत्र में सक्रिय ये कारोबारी समूह इस महादान के साथ ही उस सूची में शामिल हो गया है। जिन्होंने सामाजिक परोपकार के लिए इतनी बड़ी धनराशि का दान दिया हो। समूह द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में कहा गया है, कि वे 1 अप्रैल से पाँच साल तक यूएनएम फाउंडेशन को 5,000 करोड़ रुपए यानी करीब 600 मिलियन डॉलर का दान देना आरंभ करेंगे।
Gujarat-based Torrent Group has committed ₹5,000 crore in next five years starting from April 1, 2024 for charities in the field of healthcare, education, ecology, arts and culture and social services.https://t.co/DeyD56Gvk2
— The Hindu (@the_hindu) March 31, 2024
प्राप्त जानकारी के अनुसार, टोरेंट समूह के संस्थापक और अरबपति भाइयों के पिता उत्तमभाई नाथलाल पटेल ने वर्ष 1959 में इस समूह की स्थापना की थी। वर्तमान में यह ग्रुप बहुकराष्ट्रीय समूह है जो कि गुजरात के अहमदबादा में स्थित है। अब इस समूह को उत्तमभाई नाथलाल मेहता के बेटे सुधीर और समीर द्वारा चलाया जाता है।
शनिवार (30 मार्च 2024) को इन दोनों भाइयों ने अपने पिता की जन्म शताब्दी एक समारोह आयोजित करके मनाई। टोरेंट समूह के अध्यक्ष समीर मेहता ने इस मामले में कहा, “यूएनएम फाउंडेशन इस राशि का उपयोग अद्वितीय सामाजिक कार्य करने के लिए प्रयोग में लाएगा। बिना जाति, धर्म, लिंग देखे आर्थिक स्तर से कमजोर लोगों को इसका लाभ दिया जाएगा।”