उत्तराखंड में मानसून करीब-करीब वक्त से पहले ही पहुंच गया है। बीते शुक्रवार देर रात चम्पावत जिले से दक्षिण पश्चिम मानसून तेजी के साथ राज्य में आगे बढ़ रहा है। शनिवार देर रात से राज्य के अधिकतर जिलों में मानसून की भारी वर्षा हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, इसके प्रभाव से अगले पांच दिन पूरे राज्य में झमाझम बरसात होने के साथ ही उत्तराखंड में मानसून औपचारिक तौर पर प्रवेश कर जाएगा।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, दक्षिण पश्चिमी मानसून ने उत्तराखंड में दस्तक दे दी है। मानसून के दस्तक देते ही राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में वर्षा का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिलों में कहीं-कहीं तेज बौछारों के साथ भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में कई दौर की बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, रविवार को प्रदेशभर में बारिश होगी। उन्होंने बताया, कि आने वाले दो दिनों में उत्तराखंड के सात जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
#WATCH | Uttarakhand: Rain lashes parts of Dehradun city; Visuals from Cantonment area pic.twitter.com/qQhy8gFs99
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 25, 2023
गौरतलब है, कि दक्षिण पश्चिमी मानसून निर्धारित समय पर उत्तराखंड पंहुचा है। सामान्य तौर पर केरल से उत्तराखंड पहुंचने में मानसून को तीन हफ्ते से ज्यादा का समय लगता है। वहीं अरब सागर में उठ रहे चक्रवात के कारण मानसून के केरल से आगे बढ़ने की रफ्तार कुछ धीमी रहने की संभावना जताई गई थी, जिससे उत्तराखंड में मानसून के और देरी से पहुंचने की संभावना बन रही थी, लेकिन पिछले हफ्ते मानसून ने रफ्तार पकड़ी और देश के कई राज्यों में तेजी से दस्तक दी।
भारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है, कि धीमी शुरुआत के बाद मानसून तेजी के साथ आगे बढ़ते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, ओडिशा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के अधिकांश भागों को आच्छादित कर चुका है।