जापान के नारा शहर में शुक्रवार (8 जुलाई, 2022) को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) की गोली मार कर हत्या कर दी गई। शिंजो आबे पर जानलेवा हमला उस वक्त किया गया, जब वह पश्चिमी जापान में एक चुनाव प्रचार के दौरान भाषण दे रहे थे। हालाँकि, मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी द्वारा उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहाँ कुछ देर बाद चिकित्सको द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावर को पकड़ लिया गया है।
Second video shows the attempted assassination of former Japanese Prime Minister Shinzo Abe
NOTE: Video not graphic, but viewer discretion is advised pic.twitter.com/BZNGHP78ds
— BNO News (@BNONews) July 8, 2022
जापान की न्यूज एजेंसियों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को एक हमलावर ने पीछे से दो गोलियाँ मारी थीं, इसके बाद वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गए थे। बता दें, कि जापान में उच्च सदन के चुनाव होने वाले है। इसके लिए शिंजो आबे नारा शहर में चुनाव प्रचार कर रहे थे। शिंजो आबे जापान के सबसे लंबे वक्त तक प्रधानमंत्री रहे है, और वे जापान के एक बेहद लोकप्रिय नेता माने जाते थे। आबे ने अगस्त 2020 में खराब स्वास्थ्य के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिंजो आबे के निधन पर शोक संवेदनाये प्रकट करते हुए अपने संदेश में कहा, मैं अपने सबसे प्यारे दोस्तों में से एक शिंजो आबे के दुखद निधन पर स्तब्ध और दुखी हूँ। वह एक महान वैश्विक राजनेता, प्रशासक थे। उन्होंने जापान और दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। पीएम मोदी ने कहा, कि शिंजो आबे के प्रति हमारे दिल में गहरा सम्मान है, इसलिए कल भारत में एक दिन का राष्ट्रीय शोक रहेगा।
#WATCH | It's a day of irreparable damage & unbearable pain for me today. My close friend & former Japanese PM Shinzo Abe is no longer with us. He was not only my but also India's trusted friend… I again pay my heartfelt tributes to my friend: PM Narendra Modi, in Delhi pic.twitter.com/JI394ZxPTB
— ANI (@ANI) July 8, 2022
उल्लेखनीय है, कि शिंजो आबे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास मित्र थे। कई अवसरों पर पीएम मोदी और शिंजो एक-दूसरे को याद कर चुके है। पिछले वर्ष ही भारत ने शिंजो आबे को पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। शिंजो आबे ने अपने 8 साल के कार्यकाल के दौरान चार बार भारत की यात्रा पर आए थे।