दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने डेढ़ साल से फरार चल रहे कुख्यात सीरियल किलर चंद्रकांत झा को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। तिहाड़ जेल के आस-पास चंद्रकांत ने कत्ल की कई खौफनाक वारदातों को अंजाम दिया था। वर्ष 2013 में आजीवन कारावास की सजा होने के बाद उसे साल 2023 में 90 दिन की पैरोल मिली थी, लेकिन वह पैरोल की अवधि पूरी होने पर भी जेल नहीं लौटा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बिहार के मधेपुरा स्थित घोषई गांव का निवासी चंद्रकांत झा को 3 हत्याओं के दोषी पाया गया और उसे साल 2013 में आजीवन उम्रकैद का दंड मिला। साल 2023 में उसे 90 दिनों का पैरोल मिला, लेकिन समय बीतने के बाद भी उसने आत्मसमर्पण नहीं किया। इसके बाद दिल्ली पुलिस उसकी तलाश में जुट गई। पुलिस ने चंद्रकांत झा पर ने 50,000 रुपये का इनाम रखा था।
न्यूज एजेंसी एएनआई को क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया, कि 17 जनवरी 2025 को चंद्रकांत झा को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया। वह बिहार भागने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने बताया, कि फरार आरोपी चंद्रकांत झा अपने पिछले अपराध पैटर्न को देखते हुए समाज के लिए खतरा था, इसलिए उसे पकड़ने के लिए आईएससी, क्राइम ब्रांच की एक टीम बनाई गई थी।
#WATCH | Delhi: Sanjay Kumar Sain, Additional CP Crime Branch says, “Chandarkant Jha, a desperate serial killer, parole jumper and carrying a bounty of Rs 50,000 on his head, has been traced and apprehended…He absconded when he was granted parole in the year 2023. Several teams… pic.twitter.com/TlrBlMbPdj
— ANI (@ANI) January 18, 2025
बताया जा रहा है, कि साल 1997 से 2007 के बीच उसने 18 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। वह गरीब लोगों को अपने झाँसे में फाँसता था। वह उनसे पहले दोस्ती करता, फिर एक पैटर्न के तहत उन लोगों के सिर काटकर उन्हें मार डालता और उसके बाद उनके शरीर को टुकड़ों में काट देता था।
वह शवों के इन टुकड़ों के साथ एक चिट्ठी भी फेंकता था, जिसमें लिखा होता था, ‘मैंने हत्या की है, पकड़ सको तो पकड़ लो’। पत्र में पुलिस को ‘तुम्हारा बाप’…’तुम्हारा जीजाजी’ लिखता था। कहा जाता है, कि उसने 18 लोगों की हत्या की थी। हालाँकि, उसे सिर्फ 3 ही हत्या के मामले में मौत की सजा हुई, जिसे बाद में आजीवन कारावास में बदल दिया गया। उस पर ‘नेटफ्लिक्स’ पर एक डॉक्यूमेंट्री ‘इंडियन प्रीडेटर, द बुचर ऑफ डेल्ही’ बनाई गई थी।