मोदी सरकार में वरिष्ठ केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की है, कि शीघ्र ही सड़क पर सभी वाहन इथेनॉल से दौड़ेंगे और भविष्य में देश में और अधिक इथेनॉल पंप खोले जायेगे।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्विटर पर जानकारी शेयर करते हुए लिखा, कि चूंकि पेट्रोलियम पदार्थो की कीमत बायो-एथेनॉल से ज्यादा है, इस कारण बायो-एथेनॉल के ईंधन का उपयोग कर जनता वायु प्रदूषण में कमी के अलावा अधिक बचत भी कर सकेगी।
In order to substitute India’s import of petroleum as a fuel and to provide direct benefits to our farmers, we have now advised the Automobile Manufacturers in India to start manufacturing Flex Fuel Vehicles (FFV) and Flex Fuel Strong Hybrid Electric Vehicles (FFV-SHEV)..(1/4)
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) December 27, 2021
केंद्रीय मंत्री ने कहा, कि ईंधन के रूप में भारत के पेट्रोलियम के आयात को प्रतिस्थापित करने और हमारे किसानों को सीधा लाभ देने के लिए, सरकार ने भारत में अब ऑटोमोबाइल कंपनियों को फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल्स (FFV) और फ्लेक्स फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (FFV-SHEV) का निर्माण आरम्भ करने का सुझाव दिया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया, कि साधारण ऑटो रिक्शा से लेकर उच्च स्तर की कारों तक सभी वाहन शीघ्र ही इथेनॉल ईंधन से चल सकेंगे। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री द्वारा वक्त की मांग पर इथेनॉल उत्पादन को बड़े पैमाने को बढ़ाने के लिए देश की जरूरतों का समर्थन किया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में एक सभा को सम्बोधित करते हुए कहा था, कि किसानों का मुनाफा बढ़ाने के साथ-साथ आपूर्ति बढ़ाने के लिए पारंपरिक खेती के बजाय इथेनॉल उत्पादन की ओर ध्यान आकर्षित करने की जरुरत है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था, कि सरकार ग्रीन और वैकल्पिक ईंधन के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार काम कर रही है।
जानकारी के लिए बता दें, Flex-Fuel Engine एक प्रकार का फ्लेक्स-ईंधन एक वैकल्पिक ईंधन है। जिसे पेट्रोल को मेथनॉल या इथेनॉल के साथ मिलाकर बनाया जाता है। फ्लेक्स-ईंधन को इसकी जैव ईंधन प्रकृति के कारण पेट्रोल की तुलना में कम प्रदूषण का दावा किया जाता है। फ्लेक्स-फ्यूल इंजन पेट्रोल और बायोफ्यूल दोनों पर भी चल सकते है।