बिहार में नीतीश कुमार ने 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, वहीं लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बने है। राज्यपाल फागू चौहान ने इन दोनों नेताओं को शपथ दिलाई। बता दें, नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू ने बीजेपी का दामन छोड़ते हुए फिर से राजद-कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लिया है। वहीं बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सत्ता परिवर्तन को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, कि जदयू हमेशा अपनी तरह से गोटी को सेट करता है।
मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया में बिना नाम लिए भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने मीडिया से कहा, कि 2014 में जो आए, क्या वो 2024 के आगे तक रह पाएँगे या नहीं। उन्होंने विपक्ष को 2024 के लिए एकजुट रहने का संदेश भी दिया। नीतीश कुमार ने बताया, कि वो जब से भाजपा के साथ थे, तो उनकी पार्टी के लोगों को सहीं नहीं लग रहा था। उन्होंने कहा, “हम लोगों ने उन्हें समर्थन दिया और हम तो मुख्यमंत्री भी नहीं बनना चाहते थे। पार्टी के सब लोगों के मन में यही बात थी, इसलिए हम लोग दोबारा वहीं पुरानी जगह चले गए, अब सब ठीक है।”
#BreakingNow: शपथग्रहण के बाद पीएम मोदी को लेकर मीडिया से बोले नीतीश कुमार- '2014 में जो आए, क्या वो 2024 के आगे तक रह पाएंगे या नहीं'@himanshdxt @amitk_journo #BiharPolitics #TejashwiYadav #NitishKumar pic.twitter.com/JDVgODOR10
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) August 10, 2022
वहीं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा, कि RJD के आतंकराज और गुंडाराज से बिहार की जनता छुटकारा चाहती थी और भाजपा ने संघर्ष कर उन्हें मुख्यमंत्री भी बनाया। पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा, कि शिवसेना का उदाहरण दिया जा रहा है, जबकि शिवसेना हमारा सहयोगी दल थोड़े ही था, वो वहाँ (महाराष्ट्र) सत्ताधारी दल था। उन्होंने कहा, “आपको हम तोड़ भी देते, तो सरकार कैसे बनती।”
"हमारा 17 साल का संबंध था, लेकिन नीतीश कुमार ने संबंध दोनों बार एक झटके में तोड़ दिया" : @SushilModi pic.twitter.com/DuKbejj4Co
— News24 (@news24tvchannel) August 10, 2022
उल्लेखनीय है, कि इस बार नीतीश कुमार बिहार की सियासत में क्या कदम उठाने करने जा रहे हैं, इसका अंदाजा बीजेपी के नेताओं को पहले से था। नीतीश कुमार द्वारा साथ छोड़े जाने वाली खबर की सटीक जानकारी होने के बावजूद भी भाजपा ने इस बार अपनी तरफ से नीतीश कुमार को मनाने का कोई प्रयास नहीं किया। बिहार भाजपा के दिग्गज नेता के अनुसार, 2020 के विधानसभा चुनाव के परिणामों से यह सिद्ध हो गया था, कि नीतीश कुमार की पकड़ बिहार के वोटरों पर ढ़ीली पड़ गई है, और जनता को अब सिर्फ बीजेपी से ही उम्मीद है।