टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। भज्जी ने 23 साल पहले वर्ष 1998 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। 41 वर्षीय भज्जी ने महज 17 वर्ष की उम्र में चेन्नई में खेले गए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी।
हरभजन सिंह ने 1998 में शारजाह में खेले गए न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच खेला था। जबकि भज्जी ने टीम इंडिया के लिए मार्च 2016 ढाका में संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ अपना आखिरी टी – 20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। पंजाब के रहने वाले भज्जी ने अपने करियर में 236 वनडे मैचों में 269 विकेट, 103 टेस्ट मैचों में 417 विकेट और 28 टी – 20 मैचों में 25 विकेट लिए है।
भज्जी ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा करते हुए ट्वीट में लिखा, कि मैं उस खेल को अलविदा कहने जा रहा हूँ, जिसने मुझे मेरे जीवन में सब कुछ दिया है, मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ, जिन्होंने इस 23 साल की लंबी यात्रा को सुंदर और यादगार बनाया।
आपका तहे दिल से धन्यवाद।
All good things come to an end and today as I bid adieu to the game that has given me everything in life, I would like to thank everyone who made this 23-year-long journey beautiful and memorable.
My heartfelt thank you ? Grateful .https://t.co/iD6WHU46MU— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) December 24, 2021
हरभजन सिंह की गिनती क्रिकेट की दुनिया के दिग्गज ऑफ स्पिनरों के रूप में होती है। भज्जी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए ऐतिहासिक टेस्ट मैच में हैट्रिक भी लगाई थी। कयास लगाए जा रहे है, कि संन्यास के बाद भज्जी आईपीएल लीग की किसी बड़ी फ्रेंचाइजी में सपोर्ट स्टाफ या कोच की भूमिका निभा सकते है।