उत्तरकाशी जनपद स्थित मोरी के फिताड़ी गांव में मनरेगा योजना के अंतर्गत सड़क कटिंग के दौरान मलबे में पांच महिलाएं दब गईं। इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल एक महिला की प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी ले जाते हुए मृत्यु हो गई। घटना की खबर मिलते ही क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश्वर लाल हेलीकॉप्टर लेकर तत्काल मोरी विकासखंड पहुंचे, जहां से गंभीर रूप से घायल तीन महिलाओं को हेलीकॉप्टर और सामान्य घायल एक महिला को एंबुलेंस से हायर सेंटर रेफर किया गया।
Five women were injured after getting buried under debris due to a mudslide in Uttarkashi today. On the instructions of the CM, the injured women of Uttarkashi were airlifted and admitted to AIIMS Rishikesh. One injured woman succumbed to her injuries: Uttarakhand CMO pic.twitter.com/YwrqrfqhPb
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 22, 2022
पुरोला विधायक ने दुर्गेश्वर लाल मीडिया को जानकारी दी, कि गंभीर रूप से घायल महिलाओं को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है। जबकि अन्य घायलों को पीएचसी मोरी में प्राथमिक उपचार दिया गया है। बता दें, बुधवार सुबह गोविंद वन्य जीव विहार क्षेत्र के फिताड़ी गांव में मनरेगा योजना के अंतर्गत गांव की सुरी देवी, कस्तूरी देवी, सुशीला, विपिना और राजेंद्री सड़क की कटिंग का कार्य कर रही थी, अचानक तभी काम कर रही महिलाएं पहाड़ी से गिरे मलबे के नीचे दब गई।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ, राजस्व कर्मियों समेत 108 सेवा को तत्काल मौके लिए रवाना किया, उस वक्त तक स्थानीय ग्रामीणों ने मुश्किल हालातो में कड़ी मशक्कत कर किसी प्रकार पांचों महिलाओं को मलबे से बाहर निकाल लिया था। इसके बाद सभी को एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी भेजा गया, लेकिन गंभीर रूप से घायल सुरी देवी (30) पत्नी विद्वान सिंह ने मार्ग में दम तोड़ दिया।