लेबनान में पेजर, वॉकी-टॉकी के बाद अब सोलर एनर्जी सिस्टम में धमाके हुए हैं। इस्लामी आतंकी संगठन के प्रभाव वाले देश लेबनान में बीते तीन दिनों से लगातार धमाके हो रहे हैं। सबसे पहले यह धमाके हिजबुल्लाह आतंकियों पेजर डिवाइस में हुए। वहीं मरने वालों और घायलों में ईरान समर्थित लेबनानी समूह हिज्बुल्लाह के लड़ाके भी शामिल है।
पेजर डिवाइस में धमाकों से आरम्भ हुआ सिलसिला वॉकी-टॉकी से होते हुए सोलर पैनल और दफ्तरों में लगने वाली बायोमीट्रिक मशीनों तक पहुँच गया। लेबनान में हो रहे इन धमाकों के पीछे किसका हाथ है, इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है। धमाकों के बाद लेबनान में इनदिनों लोग किसी भी इलेक्ट्रॉनिक और कम्यूनिकेशन डिवाइस को छूने से डर रहे है। राजधानी बेरूत स्थित रफीक हरीरी एयरपोर्ट पर यात्रियों के वॉकी-टॉकी और पेजर्स ले जाने पर बैन लगा दिया गया है।
लेबनान में संचार उपकरणों में हुए धमाकों में हिजबुल्लाह को भारी नुकसान हुआ है, उसने इन धमाकों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। हालाँकि, इजरायल ने फिलहाल इन धमाकों के बारे में अभी कोई बयान जारी नहीं किया है, और ना ही इस संबंध में कोई टिप्पणी की है। वहीं ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है, कि इजरायल की खुफिया एजेंसियों ने इन घटनाओं को अंजाम दिया है।
बता दें, कि लेबनान में हुए धमाकों के बाद जिन लोगों की मौत हुई थी, उनके जनाजों में भी धमाके हो गए। लेबनान में इन दिनों फैली दहशत के बीच लोग अगले संभावित टारगेट को लेकर खौफ में है। लेबनानियों के बीच चर्चा है, कि क्या पता कल सिगरेट जलाते वक्त लाइटर ही फट जाए। हालात इतने गंभीर है, कि यदि सड़क पर किसी का मोबाइल, पेजर या वॉकी टॉकी पर मैसेज आ जाए, तो कोई उसे रिसीव नहीं कर रहा है।
गौरतलब है, कि लेबनान में पेजर्स और इलेक्ट्रानिक उपकरणों में ब्लास्ट से तथाकथित रूप से हाहाकार मचाने के बाद अब इजरायली सेना ने बीती रात बड़ा हवाई हमला किया है। इसमें हिजबुल्ला के कई ठिकानों तबाह हो गए हैं। इजरायली सेना ने कहा, कि मिसाइल और जेट विमानों से दक्षिणी लेबनान के कई ठिकानों को निशाना बनाया गया है।