इंटरनेशनल भिखारी के तौर पर पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान स्थापित करने वाले मुल्क पाकिस्तान में रमजान के महीने के दौरान छोटे कस्बों और गांवों से भारी संख्या में भिखारी कराची पहुंच रहे है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के कराची पर इन दिनों भिखारियों ने अपना कब्जा जमा लिया है। बताया जा रहा है, कि इसके चलते कराची में आपराधिक घटनाओ में भी तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है।
जियो न्यूज के अनुसार, कराची के अतिरिक्त महानिरीक्षक (AIG) इमरान याकूब मिन्हास ने बीते मंगलवार को दावा किया, कि ईद के मौके पर तीन से चार लाख तक की भारी तादात में भिखारी कराची पहुंचते है, इसके चलते शहर भिखारियों और अपराधियों का अड्डा बन गया है। इमरान याकूब के मुताबिक, पुराने तौर तरीकों से अपराधों का पता लगाना संभव नहीं है, इसलिए कराची पर नजर रखने के लिए अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने का अनुरोध किया गया है।
Business on Eid includes begging
“Additional Inspector General (AIG) Karachi Imran Yaqoob Minhas claimed on Tuesday that 300,000 to 400,000 professional beggars head towards the metropolis during the month of Ramadan to cash in on the Eid season.”
https://t.co/HJU0C6JYJT.— Bilal I Gilani (@bilalgilani) April 10, 2024
गौरतलब है, कि हालात की गंभीरता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है, कि रमजान के दौरान कराची में लगभग 19 लोग आपराधिक घटनाओं के शिकार बने है। इसके साथ ही जनवरी 2024 से डकैतियों का विरोध करने पर 55 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। अपराधियों और भिखारियों की संख्या बढ़ने के चलते पाकिस्तान की पुलिस परेशानी के दौर से गुजर रही है। वहीं इस मामले में सिंध उच्च न्यायालय ने 15 दिनों के भीतर कानून व्यवस्था की स्थिति पर एक व्यापक रिपोर्ट की भी मांग की है।
गौरतलब है, कि पाकिस्तान में भीख मांगना अब सामान्य चलन में है और यहाँ की आवाम बड़ी भारी संख्या में कई सार्वजनिक स्थानों पर भीख मांगते है। पाकिस्तानी स्टार्टअप ने भिखारियों के एक एजेंट के हवाले से दावा किया है, कि पाकिस्तान में भिखारी हर महीने औसतन 50 हजार पाकिस्तानी रुपये कमाते हैं, जबकि जो ज्यादा शातिर भिखारी होते हैं, वो दो लाख रुपये तक कमा लेते है।