संसद के बजट सत्र का शनिवार को अंतिम दिन है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में चर्चा के दौरान अपने संबोधन में कहा, कि देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म बहुत कम होता है। हमने बहुत कम देखा है, कि रिफॉर्म भी हो, परफॉर्म भी हो और हम ट्रांसफॉर्म होते हुए अपने आगे देख पाते हो। 17वीं लोकसभा से आज देश ये अनुभव कर रहा है। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है, कि देश 17वीं लोकसभा को जरूर आशीर्वाद देता रहेगा।
आज का ये दिवस हम सबकी 5 वर्ष की वैचारिक यात्रा का, राष्ट्र को समर्पित समय का और देश को एक बार फिर से अपने संकल्पों को राष्ट्र के चरणों में समर्पित करने का अवसर है।
ये पांच वर्ष देश में reform, perform and transform के रहे हैं।
– प्रधानमंत्री श्री @narendramodi
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— BJP (@BJP4India) February 10, 2024
पीएम मोदी ने शनिवार (10 फरवरी, 2024) को लोकसभा में कहा, कि आज का ये दिवस लोकतंत्र की एक महान परंपरा का महत्वपूर्ण दिवस है। उन्होंने कहा, कि 17वीं लोकसभा ने पांच वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी सबने अपने सामर्थ्य से देश को उचित दिशा देने का प्रयास किया। उन्होंने अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने और तीन तलाक को गैर-कानूनी बनाने के फैसले का भी उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कि एक प्रकार से आज का यह दिवस हम सबकी उन पांच वर्षो की वैचारिक यात्रा का, राष्ट्र को समर्पित समय का और देश को एक बार फिर से अपने संकल्पों को राष्ट्र के चरणों में समर्पित करने का अवसर है। पीएम मोदी ने सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त किया, कि संकटकाल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब उन्होंने सांसदों के समक्ष रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।
Remembering the challenging times of COVID, I want to express my gratitude to the members of Parliament who decided to relinquish their privileges in times of need without a second thought.
To motivate the citizens of India, honourable members decided to reduce 30% of their… pic.twitter.com/r7LhXxEJ9p
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पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, कि आने वाले 25 वर्ष हमारे देश के लिए बेहद अहम है, राजनीति की गहमा-गहमी अपनी जगह है, लेकिन देश का संकल्प बन चुका है कि देश अब इच्छित परिणाम प्राप्त करके रहेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, कि 1930 में जब महात्मा गाँधी ने नमक सत्याग्रह किया था, दांडी यात्रा की थी, उस समय ये घटनाएँ छोटी लगती थी, लेकिन 1947 में उस 25 साल के कालखंड ने देश के हर व्यक्ति के दिल में आजादी का जज्बा पैदा कर दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक पर कहा, “कितने उतार चढ़ाव से हमारी मुस्लिम बहनें तीन तलाक का इंतजार कर रही थी। अदालतों ने उनके पक्ष में निर्णय दिए थे, लेकिन उन्हें वो हक नहीं मिल रहा था। मजबूरियों से गुजारा करना पड़ता था। तीन तालाक से मुक्ति का और नारी शक्ति के सम्मान का काम 17वीं लोकसभा ने किया है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “चुनाव बहुत दूर नहीं हैं, कुछ लोग घबरा सकते हैं लेकिन यह लोकतंत्र का एक अनिवार्य पहलू है। हम सभी इसे गर्व से स्वीकार करते हैं। पीएम मोदी ने कहा, मेरा मानना है, कि हमारे चुनाव देश का गौरव बढ़ाएंगे और लोकतांत्रिक परंपरा का पालन करेंगे। जिससे दुनिया आश्चर्यचकित है।”