कोटद्वार बीरोंखाल के सिमड़ी में मंगलवार देर शाम हुए बस हादसे में वाहन चालक समेत 33 बरातियों की मौत हो गई जबकि 19 लोग घायल हो गए। पौड़ी बस हादसे में रसूलपुर गांव के चार ग्रामीणों की मौत हुई है। इनमें मामा, मामी, भांजे की अर्थी एक घर से उठी। जबकि चौथा एक परिवार का सदस्य है। लालढांग से गई बरात में रसूलपुर गांव से पांच लोग गए थे। सभी दूल्हे के रिश्तेदार हैं। इनमें चार लोगों की मौत हादसे में मौत हो चुकी है।
पौड़ी बस हादसे में रसूलपुर गांव के चार ग्रामीणों की मौत हुई है। इनमें मामा, मामी, भांजे की अर्थी एक घर से उठी। जबकि चौथा एक परिवार का सदस्य है। तीसरे दिन शवों के पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने गमगीन माहौल में मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया है।
लालढांग क्षेत्र से रवाना हुई बारातियों की बस खाई में गिरने के बाद दूल्हे संदीप की शादी अधूरी रह गई। शादी से कुछ मिनट पहले ही हुए हादसे में सब खत्म होता दिखा। दुल्हन की मांग बिन सिंदूर के सुनी रह गई। शादी की खुशियां मातम में बदल गई। लड़का और कन्या दोनों परिवारों के लोगों का रो रो कर बुरा हाल है।
बुधवार को लालढांग और आसपास के गांवों में रहने वाले ग्रामीणों ने दशहरा नहीं मनाया और न ही रावण, मेघनाद और कुम्भकर्ण का पुतला दहन किया गया। बुधवार को सुबह से ही लालढांग निवासी संदीप के घर ग्रामीणों का जमावड़ा लगा रहा।