उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 100 दिनों के अंदर महर्षि विद्यापीठ ट्रस्ट के साथ मिलकर अयोध्या में रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना करवाने जा रही है। विश्वविद्यालय के लिए ट्रस्ट द्वारा 21 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है। इसी क्रम अयोध्या शोध संस्थान राम नवमी के अवसर पर ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया आफ द रामायण के तहत 10 ग्रंथों का प्रकाशन एवं विमोचन किया जायेगा और इसके जरिये विज्ञान एवं आध्यात्मिकता के विभिन्न पक्षों को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को बताया, कि संस्कृति विभाग की ओर से आगामी 100 दिन में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए महर्षि विद्यापीठ ट्रस्ट के साथ एमओयू साइन किया जाएगा। बैठक में विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने सौ दिन की कार्ययोजना प्रस्तुत करते जानकारी दी, कि मई में लखनऊ में जनजातीय संग्रहालय की स्थापना के लिए शिलान्यास एवं भूमि पूजन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
बैठक के दौरान विभाग प्रमुख सचिव ने जानकारी दी, इसी प्रकार कबीर अकादमी, मगहर के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण सहित एडाप्ट हेरिटेज नीति के अंतर्गत नौ राज्य संरक्षित स्मारकों पर रूचि की अभिव्यक्ति के माध्यम से स्मारक मित्र बनाए जाएंगे। इसके साथ ही इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र भारत सरकार की योजना के अंतर्गत पांडुलिपि संसाधन केंद्र की स्थापना भी की जाएगी। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत ज्ञात एवं अज्ञात क्रांतिकारियों के जीवन एवं योगदान पर लिखी गई दस पुस्तकों का प्रकाशन किया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें, कि प्रचन बहुमत के साथ यूपी की सत्ता दोबारा संभालने वाली योगी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में भी अयोध्या के विकास कार्यो के लिए प्रतिबद्ध है। जिस प्रकार रामायण यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए प्रयास आरंभ हो गए है, उसी क्रम में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का कार्य भी युद्धस्तर पर जारी है। एयरपोर्ट के निर्माण हेतु तकरीबन 821 एकड़ भूमि सरकार द्वारा चिह्नित की गई है। राज्य सरकार ने इसके लिए 1008.77 करोड़ रुपए धनराशि स्वीकृत की है। एयरपोर्ट का निर्माण तीन चरण में किया जाएगा।