दक्षिणी अमरीका महाद्वीप में स्थित देश पेरू (Peru) में लगातार बढ़ रहे दुष्कर्म के मामलों पर रोक लगाने के लिए पेरू की सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पेरू सरकार नाबालिगों से बलात्कार के आरोपियों का रासायनिक बंध्याकरण (Chemical Castration) करने के लिए एक विधेयक पेश करने जा रही है। पेरू की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तीन साल की नाबालिग मासूम बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद यह फैसला लिया गया है।
पेरू के राष्ट्रपति कैस्टिलो ने इस मामले में कहा, कि आगामी दिनों में प्रस्ताव को औपचारिक रूप दे दिया जाएगा और वह इस वक्त कांग्रेस के समर्थन की प्रतीक्षा कर रहे है। राष्ट्रपति कैस्टिलो के अनुसार, एक कमेटी विधेयक का ड्राफ्ट तैयार कर रही है। इस मुद्दे पर पेरू के न्याय मंत्री फेलिक्स चेरो ने कहा, हम मानते है, कि यह उपाय दुष्कर्म करने वालों के लिए एक अतिरिक्त सजा होगी। उन्होंने कहा, कि पेरू सरकार को इस बात की उम्मीद है, कि देश में नाबालिगों से रेप करने के दोषियों की में जेल की सजा पूरी होने के बाद रासायनिक बंध्याकरण किया जाएगा।
Shockwaves rippled through Perú after reports circulated of a 3-year-old girl being raped by a 48-year-old man.
The suspect is now in pre-trial detention and authorities are pushing to impose chemical castration, among other consequences. pic.twitter.com/yRi2UaQRXL
— AJ+ (@ajplus) April 21, 2022
पेरू के राष्ट्रपति ने यह फैसला उस वक्त किया है, जब हाल ही के दिनों में पेरू में दुष्कर्म के अनेको वीभत्स मामले सामने आए है। गौरतलब है, कि अप्रैल महीने की शुरुआत में 48 साल के एक व्यक्ति को तीन साल की मासूम बच्ची से रेप करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस जघन्य वारदात के बाद पेरू में रेपिस्ट के खिलाफ आक्रोशित लोग सड़क पर उतर आये थे। वहीं इस मामले में पेरू के स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज लोपेज समेत महिला अधिकार के लिए लड़ने वाले संगठनों ने रासायनिक बंध्याकरण विधेयक की आलोचना की है।
जानकारी के लिए बता दें, कि पेरू से पहले इस तरह की सजा का प्रावधान दक्षिण कोरिया, पोलैंड, चेक गणराज्य और संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ राज्यों में पहले से ही चलन में है। उल्लेखनीय है, कि भारत में भी कुछ राजनेताओं द्वारा ऐसे उपायों पर जोर दिया गया था। साल 2018 में कांग्रेस ने 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के साथ दुष्कर्म करने वालों का रासायनिंक बंध्याकरण करने पर जोर दिया था। हालाँकि, इसे लागू करने की बात ज्यादा आगे नहीं बढ़ सकी।