प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार (23 दिसम्बर 2021) को एक बार फिर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आगमन हुआ। उल्लेखनीय है, कि दस दिनों के अंदर पीएम मोदी का ‘महादेव की काशी’ का यह दूसरा महत्वपूर्ण दौरा था। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अपने काशी दौरे के दौरान पिंडरा के करखियांव में अमूल प्लांट की आधारशिला रखे जाने के साथ ही 2100 करोड़ रुपये की 27 परियोजनाएं अपने संसदीय क्षेत्र के नागरिकों को समर्पित की।
Hon Prime Minister Shri @narendramodi Ji launches multiple development initiatives in Varanasi. https://t.co/IEwuPdfh3c
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) December 23, 2021
अपने काशी दौरे से पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा था, ”आज का सम्पूर्ण दिवस उत्तर प्रदेश की जनता के विकास कार्यों के लिए समर्पित होगा। वाराणसी में दोपहर लगभग 1 बजे कई परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास का सौभाग्य प्राप्त होगा। इनसे प्रदेश की अर्थव्यवस्था के साथ ही किसान भाई-बहनों को भी लाभ होगा।
मेरे संसदीय क्षेत्र के साथ पूरे उत्तर प्रदेश के लिए कल का दिन विकास कार्यों को समर्पित रहेगा। वाराणसी में दोपहर करीब 1 बजे कई परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास का सौभाग्य प्राप्त होगा। इनसे राज्य की अर्थव्यवस्था के साथ ही किसान भाई-बहनों को भी लाभ होगा। https://t.co/kcsMviEmzN
— Narendra Modi (@narendramodi) December 22, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कहा, कि आज काशी और आसपास का ये पूरा क्षेत्र, एक बार फिर से पूरे राष्ट्र व उत्तर प्रदेश के गांवों, किसानों और पशुपालकों के लिए बहुत बड़े कार्यक्रम से विशेष बना है। पीएम मोदी ने कहा, कि देश किसान दिवस मना रहा है, हमारे यहां गाय व गोबरधन की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है।
पीएम ने कहा, कि गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, लेकिन हमारे लिए गाय माता है, और पूजनीय भी है। उन्होंने कहा, कि गाय-भैंस का उपहास उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते है, कि राष्ट्र के 8 करोड़ परिवारों की आजीविका पशुधन से चलती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि भारत के डेयरी उद्योग को मजबूती देना हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है।
हमारे यहां गाय की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है।
गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, हमारे लिए गाय, माता है, पूजनीय है।
गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के 8 करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है।
– मा0 प्रधानमंत्री जी pic.twitter.com/phGRZQQcMY— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) December 23, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, कि पूर्व में कृषि आदि सभी प्राकृतिक होता था। किन्तु वक्त के साथ दबाव बढ़ता गया और प्राकृतिक कृषि कम होती चली गई। लेकिन अब एक बार फिर वक्त की मांग है, कि लोग प्राकृतिक और जैविक कृषि की ओर वापस लौटे। मैं अपने किसान भाई-बहनों से विनती करता हूँ, कि आप प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर हो। इसमें लागत कम आती है, और उत्पादन भी बढ़ता है। ये सबसे सुरक्षित माध्यम है और इससे उपजी फसलों की कीमत भी अधिक मिलती है।
गौरतलब है, कि प्रधानमंत्री मोदी इससे पूर्व 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर परियोजना के भव्य उद्घाटन समारोह के दौरान वाराणसी आये थे। सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक, इन परियोजना का लक्ष्य पूर्वाचल इलाके में कृषको और दुग्ध उत्पादकों को सशक्त बनाने से लेकर सस्ती कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध कराना है।