ग्वालियर में चाट का ठेला लगाने वाली अर्चना शर्मा को प्रधानमंत्री कार्यलय द्वारा पचास हजार की आर्थिक सहायता प्राप्त हुई है। गौरतलब है, कि अर्चना शर्मा पत्नी राजेंद्र शर्मा से नौ सितंबर 2020 को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा आनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बात भी की थी। पति राजेंद्र शर्मा की बीमारी और कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते महिला को चार महीने ठेला बंद रखना पड़ा।
आय के स्रोत बंद होने और पति की बीमारी के चलते अर्चना शर्मा की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के साथ ही वह कर्जदार भी हो गयी थी। अर्चना शर्मा ने लॉकडाउन खुलने के बाद किसी प्रकार हिम्मत कर दोबारा ठेला लगाना शुरू किया,लेकिन उसकी आमदनी से महिला के परिवार का बड़ी मुश्किलों से गुजर – बसर हो पा रहा था और साथ में कर्ज की तलवार भी गले में लटकी थी।
ग्वालियर। ग्वालियर में टिक्की का ठेला लगाने वाली अर्चना शर्मा को प्रधानमंत्री कार्यालय से पचास हजार रूपए की आर्थिक मदद भेजी गई है। पीएम स्वनिधि योजना के तहत टिक्की का ठेला शुरू करने वालीं अर्चना शर्मा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौ सितंबर 2020 को वीडियो के जरिए बात की थी। pic.twitter.com/7en8vF5Mx1
— NaiDunia (@Nai_Dunia) August 30, 2021
अर्चना शर्मा द्वारा बताया गया, कि पति के इलाज के लिए उन्हें आयुष्मान योजना के तहत 27 हजार की आर्थिक सहायता भी प्राप्त हुई, किन्तु उपचार में अधिक खर्च की वजह से उन पर कर्ज चढ़ गया। इन विषम परिस्थिति में अर्चना शर्मा के सामने अब रोटी खाएं या कर्जा चुकाएं वाली हालात हो गयी थी। महिला द्वारा स्थानीय प्रशासन से भी आर्थिक सहायता की गुहार लगाई, लेकिन उन्हें वहां से कोई मदद प्राप्त नहीं हुई।
नई दुनिया प्रकाशित एक लेख के अनुसार, इसके बाद ठेला चलने वाली महिला अर्चना की समस्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यलय तक पहुंची। प्रधानमंत्री कार्यलय द्वारा मामले का संज्ञान लेते हुए ,इसके बाद अर्चना शर्मा के बैंक अकाउंट में पीएमओ की तरफ से 50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता भेजी दी गई।
महिला अर्चना शर्मा के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यलय की ओर से भेजी गयी इस रकम से महिला ने अपना कर्ज भी तकरीबन ना के बराबर कर लिया और अब वह और उसका परिवार राहत की सांस ले रहा है।