पिछले काफी समय से गैर भाजपा सरकारों द्वारा शासित राज्यों से कोरोना की वैक्सीन की कालाबाजारी, वैक्सीन की बर्बादी के साथ ही टीकाकरण अभियान को लेकर सुस्ती की सूचनाएं आ रही थी। इस कारण जरूरतमंद लोगो को वैक्सीन की डोज से वंचित रहना पड़ रहा था। इन्ही सब चुनौतियों के मद्देनजर मोदी सरकार वैक्सीनेशन की कमान दोबारा अपने हाथ में लेने जा रही है। मोदी सरकार ने सभी राज्यों को कोरोना की वैक्सीन मुफ्त देने के साथ ही अस्सी करोड़ जनता को फ्री में राशन दिए जाने की घोषणा की है।
21 जून, सोमवार से देश के हर राज्य में, 18 वर्ष से ऊपर की उम्र के सभी नागरिकों के लिए, भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराएगी।
वैक्सीन निर्माताओं से कुल वैक्सीन उत्पादन का 75 प्रतिशत हिस्सा भारत सरकार खुद ही खरीदकर राज्य सरकारों को मुफ्त देगी: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 7, 2021
दरअसल 18 से 44 वर्ष की आयु वालो के वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी राज्य सरकारों पर छोड़े जाने के बाद फैली कुव्यवस्था और छुद्र राजनीती के कारण आखिरकार केंद्र सरकार को दोबारा टीकाकरण अभियान की बागडोर अपने हाथ में लेनी पड़ी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र के संबोधन में बिना किसी का नाम लिए कहा कि वैक्सीनेशन जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बेवजह राजनीती की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ को आगे बढ़ाते हुए दीपावली तक गरीबो को मुफ्त राशन देने की घोषणा की है।
बीते रोज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि भारत कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान बहुत बड़े दुःख से गुजरा है। कोरोना वायरस की चपेट में आकर देश के कई नागरिको ने अपनों को खोया है। कोरोना आपदाकाल में अपने परिजनों को खोने से दुखी परिवारों के प्रति उन्होंने संवेदना प्रकट की। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कोरोना सक्रमण को बीते सौ वर्षो में आने वाली सबसे बड़ी महामारी बताया गया। प्रधानमंत्री द्वारा अपने संबोधन में कहा, कि इस प्रकार की विषम महामारी की आधुनिक दुनिया ने ना कभी कल्पना की थी, और ना ही संसार ने कभी ऐसी महामारी देखी थी।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सबसे अहम उपाय वैक्सीन की उपलब्धता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कहा गया, कि 21 जून सोमवार से देश के प्रत्येक राज्य में 18 साल से ऊपर की आयु के सभी लोगो के लिए भारत की केंद्र सरकार मुफ्त में टीका उपलब्ध करवाएगी। भारत सरकार कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों से स्वयं ही वैक्सीन खरीदकर सभी राज्य सरकारों को मुफ्त में उपलब्ध करवाएगी। राज्यों के पास वैक्सीनेशन की व्यवस्था से जुड़ा जो 25 फीसदी कार्य था। उस पच्चीस फीसदी व्यवस्था की जिम्मेदारी भी भारत की केंद्र सरकार उठाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संकेतो में पूर्व की कांग्रेस सरकारों पर तंज कसते हुए कहा, कि कोरोना संक्रमण से जंग में वैक्सीन हमारे लिए सुरक्षा कवच के समान है। कल्पना कीजिये, कि वर्तमान में यदि हमारे पास कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध नहीं होती, तो भारत जैसे विशाल जनसँख्या वाले राष्ट्र की क्या दशा होती ? पिछली सरकारों के शासनकाल में भारत को विदेशी वैक्सीन प्राप्त करने में दशकों लग जाते थे। परन्तु नए भारत ने आज मात्र एक वर्ष के भीतर ही कोरोना जैसे घातक संक्रमण की ‘मेड इन इंडिया’ वैक्सीन उपलब्ध करवा दी है।