प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय विदेशी दौरे (8-10 जुलाई) पर हैं। रूस में विदेश यात्रा पूरी करने के बाद पीएम मोदी मंगलवार को ऑस्ट्रिया पहुँचे थे। एयरपोर्ट पर ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री ने पीएम मोदी का स्वागत किया था। प्रधानमंत्री मोदी ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमार के साथ आधिकारिक बैठक में शामिल हुए है।
पीएम मोदी ने ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना से स्पष्ट कर दिया है, कि यूक्रेन-रूस संघर्ष का समाधान युद्धभूमि से नहीं निकलने वाला है। उन्होंने दोहराया है, कि यह दौर युद्ध का नहीं है। उन्होंने ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर के साथ प्रेस बयान में यह बातें कही है।
#WATCH | Vienna: PM Modi says, " …I have told earlier also, this is not the time for war, we won't be able to find solution to problems in the Warfield. Wherever it is, killing of innocent people is unacceptable. India and Austria emphasize dialogue and diplomacy, and for that,… pic.twitter.com/GwrGL1E9PN
— ANI (@ANI) July 10, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “मैंने और चांसलर नेहमर ने विश्व में चल रहे विवादों, रूस-यूक्रेन और पश्चिमी एशिया की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की है। मैंने पहले भी कहा है, कि यह युद्ध का समय नहीं है। समस्याओं का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता है। कहीं भी मासूम लोगों की जान की हानि स्वीकार्य नहीं है।”
पीएम मोदी ने कहा ऑस्ट्रिया और भारत शांति की बहाली चाहते हैं और इसके लिए हर प्रकार का सहयोग देने के लिए तैयार हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान खुशी जताई, कि उनके तीसरे कार्यकाल में उन्हें ऑस्ट्रिया जाने का अवसर मिला। उन्होंने बताया, कि 41 वर्षो के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री ऑस्ट्रिया पहुंचे है।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान बताया, कि भारत और ऑस्ट्रिया के बीच संबंधो के 75 वर्ष पूरे हो गए है। पीएम मोदी ने कहा, कि भारत और ऑस्ट्रिया न्याय और लोकतंत्र में विश्वास में रखते हैं और दोनों देश समान हित रखते हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान घोषणा करते हुए कहा, कि अब ऑस्ट्रिया और भारत के रिश्तों को रणनीतिक साझेदारी में बदला दिया जाएगा।
दोनों देश अब इन्फ्रास्ट्रक्चर, अक्षय ऊर्जा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रो में मिलकर काम करेंगे। पीएम मोदी ने ऑस्ट्रिया को इंटरनेशनल सोलर अलायन्स में शामिल होने का न्योता भी दिया है। पीएम मोदी ने यहाँ से संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की माँग भी की है।
पीएम मोदी के साथ उपस्थित ऑस्ट्रिया के चांसलर नेहमर ने भी इस दौरान भारत के वर्तमान में विश्व में रोल को महत्वपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा, कि पीएम मोदी रूस से होकर उनके देश पहुँचे हैं ऐसे में वह स्वयं उनसे रूस की स्थिति के विषय में जानना चाहते थे। उन्होंने कहा, कि भारत का ऑस्ट्रिया की वैश्विक भूमिका विश्व शांति के मामले में बेहद महत्वपूर्ण है।
चांसलर नेहमर ने इस दौरान ऑस्ट्रिया और भारत के बीच आर्थिक सहयोग को लेकर कहा, कि दोनों देशों के बीच वर्तमान में लगभग बीस हजार करोड़ का व्यापार हो रहा है और ऑस्ट्रिया की 150 से अधिक कंपनिया भारत में व्यापार कर रही हैं। अपने संबोधन में उन्होंने भारत में तेजी से बने इंफ्रास्ट्रक्चर की प्रशंसा भी की।
#WATCH | Vienna: Austrian Chancellor Karl Nehammer says, "…Currently the world economy finds itself in a challenging situation. Against this background, it is particularly important for Austria – a strongly export oriented country to find new forms of economic cooperation.… pic.twitter.com/7DVZICj8Mu
— ANI (@ANI) July 10, 2024
उल्लेखनीय है, कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के बाद अमेरिका ने भारतीय विदेश नीति की खुलकर तारीफ की है। अमेरिका के व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जीन पियरे ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था, “भारत के रूस के साथ उसके पुराने रिश्ते उसे यह क्षमता भी देते है, कि वह रूसी राष्ट्रपति पुतिन से युद्ध हो खत्म करने की बात कह सके।” अमेरिका ने कहा कि युद्ध रूस द्वारा चालू किया गया था और इसे उसके द्वारा ही खत्म किया जाएगा।
बता दें, कि राष्ट्रपति पुतिन ने भी इस दौरान पीएम मोदी के शांति प्रयासों की सराहना की थी। उन्होंने इस दौरान भारत और रूस के मजबूत रिश्तों पर भी बात की। साथ ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को रूस का सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित भी किया था।