प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्धन परिवारों के लिए चल रही मुफ्त राशन योजना को अगले पांच वर्ष के लिए फिर बढ़ाने का ऐलान किया है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में पीएम मोदी ने इस संबंध में अहम घोषणा करते हुए कहा, “मैंने निश्चय कर लिया है कि देश के 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली योजना को भाजपा सरकार अब अगले पांच साल के लिए और बढ़ाएगी। आपका ये प्यार और आशीर्वाद मुझे हमेशा पवित्र निर्णय करने की ताकत देता है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, कि कांग्रेस ने गरीब को धोखे के सिवाय कभी कुछ नहीं दिया है। कांग्रेस गरीब की कभी कद्र नहीं करती, उसे गरीब का दुख-दर्द कभी समझ नहीं आता, इसलिए जब तक कांग्रेस केंद्र में सत्ता में रही, वो गरीबों के हक का पैसा लूटकर खाती रही, अपने नेताओं की तिजोरियां भरती रही। पीएम मोदी ने कहा, 2014 में सरकार में आने के बाद आपके इस बेटे ने गरीब कल्याण को अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता बनाया। हमने अपने गरीब भाई-बहनों में ये विश्वास पैदा किया, कि उनकी गरीबी दूर हो सकती है।
बता दें, कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान मोदी सरकार द्वारा देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिए जाने की योजना शुरू की गई थी और उसके बाद कई बार इस योजना को आगे बढ़ाया जा चुका है। अब अगले पांच वर्ष तक गरीब परिवारों को मोदी सरकार की इस योजना का लाभ मिलता रहेगा। ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY)’ के अंतर्गत प्रत्येक महीने प्रति व्यक्ति को 5 किलो अनाज मुफ्त में मिलते हैं। ‘राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA)’ पहले से ही लागू है, ये योजना इसके साथ-साथ ही चल रही है।
Free Ration scheme to 80 crore Bharatiyas extended for the next 5 years till 2028 …
This is huge @narendramodi 🔥 pic.twitter.com/hzQI9oyFn2
— BALA (@erbmjha) November 4, 2023
प्राप्त जानकारी के अनुसार, NFSA के तहत पहले से जो अनाज मिल रहा है, वो भी नियमित रूप से चलता रहेगा। PMGKAY के बारे में बता दें, कि ये योजना 30 जून, 2020 से लेकर अब तक चलती आ रही है। इससे पहले इसे दिसंबर 2023 तक बढ़ाया गया था। ये 1.70 लाख करोड़ के वार्षिक बजट का पैकेज है।
गौरतलब है, कि मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही मुफ्त राशन योजना से गरीबी की रेखा के नीचे रह रहे लोगों को बेहद मिलती है। सीमान्त किसानों और दिव्यांगों को भी इसका लाभ मिलता है। इस योजना को केंद्र सरकार के ‘मास्टरस्ट्रोक’ के रूप में भी देखा जाता है, जिससे गरीबों को अच्छा-खासा लाभ हुआ है। इसके कारण भीषण वैश्विक महामारी के दौरान भी देश भुखमरी से बचा रहा।