प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिवसीय अमेरिका दौरे के बाद शनिवार 24 जून को यूएस से मिस्र की राजधानी काहिरा के लिए रवाना हो गए है। पीएम मोदी अलगे दो दिनों तक मोदी मिस्र के दौरे पर रहेंगे। अपनी दो दिवसीय यात्रा के अंतिम दिवस पर पीएम मोदी राजधानी काइरो में 11वीं सदी की अल-हकीम मस्जिद जाएंगे। वह इस मस्जिद में दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे। बता दें, इस समुदाय से पीएम मोदी का खास जुड़ाव रहा है।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi departs for Cairo, Egypt after concluding his maiden State Visit to the United States. pic.twitter.com/BEz1giGKZx
— ANI (@ANI) June 24, 2023
पीएम मोदी की मिस्र की राजकीय यात्रा के विवरण को लेकर जानकारी देते हुए भारत के राजदूत अजीत गुप्ते ने बताया, पीएम मोदी अल-हकीम मस्जिद का दौरा करेंगे, जो 11वीं शताब्दी में फातिमिद राजवंश के दौरान बनाई गई थी। बोहरा समुदाय फातिमिद वंश से आया है। ये 1970 से मस्जिद का जीर्णोद्धार कर उसका रखरखाव करते आ रहे है। पीएम मोदी काहिरा में हेलियोपोलिस वॉर मेमोरियल भी जाएँगे।”
#WATCH | PM will visit the Al-Hakim mosque which was built in the 11th century during the Fatimid dynasty. The Bohra community descended from the Fatimid dynasty and they have renovated the mosque since the 1970s and are maintaining it till date. PM will also visit Heliopolis War… pic.twitter.com/IR286DXRzw
— ANI (@ANI) June 23, 2023
पीएम मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अल-सीसी से मुलाकात से पहले वहां के मंत्रियों के एक समूह के इंडिया यूनिट के साथ भी बातचीत करेंगे। पीएम मोदी हेलियोपोलिस स्मारक जाकर प्रथम विश्व युद्ध में बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार, 25 जून 2023 को भारत लौटने से पहले पीएम मोदी काहिरा में हेलियोपोलिस कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव सीमेटरी (पोर्ट ट्वेफिक) पर जाएँगे।
उल्लेखनीय है, कि यह सीमेटरी उन 4,000 भारतीय जवानों की याद में बनाया गया है, जिन्होंने पहले विश्व युद्ध के दौरान मिस्र और फिलिस्तीन में मित्र देशों की सेनाओं की तरफ से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए थे। पीएम मोदी इन बलिदानी जवानों की समाधियों पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
बता दें, यह पहला मौका नहीं है, जब प्रधानमंत्री मोदी प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में वीरगति को प्राप्त होने वाले भारतीय जवानों को विदेश में जाकर याद कर रहे है। वर्ष 2015 में उन्होंने फ्रांस दौरे पर लिल्ले में न्यूवे-चैपल वॉर मेमोरियल जाकर हजारों वीरगति प्राप्त भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि दी थी। वहीं पिछले साल विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी मिस्र दौरे के दौरान पोर्ट ट्वेफिक जाकर जवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये थे।