प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (30 जून 2023) को दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के शताब्दी समारोह को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने विश्वविद्यालय के इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा, कि यह सिर्फ एक यूनवर्सिटी ही नहीं, बल्कि आंदोलन भी है। उन्होंने अपने हालिया अमेरिकी दौरे का जिक्र करते हुए भारतीय शैक्षणिक संस्थानों की बढ़ती वैश्विक पहचान का भी उल्लेख किया। गौरतलब है, कि पीएम मोदी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के नाॅर्थ कैंपस के अकादमिक ब्लाॅक समेत तीन भवनों की आधारशिला भी रखी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी सुबह मेट्रो से यात्रा करते हुए डीयू पहुँचे। इस दौरान पीएम मोदी ने मेट्रो में मौजूद छात्रों से बातचीत भी की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यक्रम के लिए मैं मेट्रो से जा रहा हूँ। युवाओं को अपने सह-यात्री के रूप में पाकर खुश हूँ।”
On the way to the DU programme by the Delhi Metro. Happy to have youngsters as my co-passengers. pic.twitter.com/G9pwsC0BQK
— Narendra Modi (@narendramodi) June 30, 2023
सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की मेट्रो यात्रा का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में उन्हें छात्रों के साथ बातचीत करते देखा जा सकता है। इस दौरान, छात्र बेहद उत्साहित नजर आ रहे है।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi travels in Delhi metro to attend the centenary celebrations of Delhi University. pic.twitter.com/s7r3DRSEba
— ANI (@ANI) June 30, 2023
उल्लेखनीय है, कि दिल्ली विश्वविद्यालय आगमन पर वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश सिंह ने ‘ऐसे प्रधानमंत्री कहाँ मिलते हैं…’ कविता के साथ प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा, “इस विश्वविद्यालय ने अपने 100 वर्ष ऐसे वक्त में पूरे किए है, जब देश आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है।
उन्होंने कहा, कि इस यूनिवर्सिटी का इतिहास बेहद विशेष है। यह केवल एक यूनिवर्सिटी नहीं बल्कि एक आंदोलन है। इस यूनिवर्सिटी ने अपने लंबे इतिहास में प्रत्येक आंदोलन को जिया है। बीते 100 सालों में डीयू ने अपने एहसासों और अपने मूल्यों को जीवंत रखा है।”
Watch Live the Valedictory ceremony of centenary celebrations of Delhi University.
Click here to watch it live: https://t.co/3y0qRjNLlQ@narendramodi @dpradhanbjp@UnivofDelhi #PMModiInDU
— University of Delhi (@UnivofDelhi) June 30, 2023
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, “कभी दिल्ली यूनिवर्सिटी में सिर्फ तीन ही कॉलेज थे। जबकि आज 90 से अधिक कॉलेज है। एक समय देश की अर्थव्यवस्था खस्ता हालत में थी। वहीं आज भारत की इकॉनमी टॉप-5 में पहुँच गई है। अब इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों से कहीं अधिक है। इसका मतलब यह है कि शिक्षण संस्थाओं की जड़ें जितनी गहरी होतीं हैं, देश की शाखाएँ उतनी ही अधिक ऊँचाइयों तक फैलती है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि अगले 25 सालों में देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे हो जाएँगे। उसी समय दिल्ली यूनिवर्सिटी अपनी स्थापना के 125 वर्ष मना रहा होगा। हमारा लक्ष्य 2047 तक देश को विकसित भारत का निर्माण करना है। उन्होंने कहा, कि हमारे एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स अब दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे है। इसके पीछे सबसे बड़ी गाइडिंग फोर्स और भारत की युवा शक्ति है।
पीएम मोदी ने कहा, एक समय था जब स्टूडेंट्स किसी इंस्टीट्यूट में एडमिशन से पहले सिर्फ प्लेसमेंट को प्राथमिकता देते थे, लेकिन अब युवा कुछ नया करना चाहता है। उन्होंने कहा, कि 2014 से पहले देश में कुछ 100 स्टार्टअप थे, जबकि अब भारत में स्टार्टअप की संख्या 1 लाख पार कर गई है। AI और VR अब साइंस फिक्शन नहीं, हमारे जीवन का हिस्सा है। ड्राइविंग से लेकर सर्जरी तक, सभी कुछ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संभव हो रहा है।