प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (1 नवंबर, 2022) को गुजरात के मोरबी स्थित अस्पताल में घायल लोगों से मुलाकात कर उनका कुशल- क्षेम पूछा। इस दौरान पीएम मोदी ने मोरबी में चल रहे राहत एवं बचाव अभियान की भी जानकारी ली। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, गुजरात के मोरबी ब्रिज दुर्घटना में अब तक 141 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ मोरबी में घटनास्थल का दौरा किया। इस बीच मच्छु नदी में खोज और बचाव अभियान जारी है। इसके अलावा पीएम मोदी ने मोरबी हादसे पर उच्चस्तरीय बैठक की है। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने अधिकारियों को मामले की विस्तृत जाँच के निर्देश दिए।
#WATCH | PM Modi along with Gujarat CM Bhupendra Patel visits the cable bridge collapse site in Morbi, Gujarat
135 people lost their lives in the tragic incident pic.twitter.com/pXJhV7aqyi
— ANI (@ANI) November 1, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि यह दुर्घटना कैसे घटित हुई, इसका पता लगाने का प्रयास होना चाहिए। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, गुजरात सरकार ने मोरबी पुल हादसे में जान गँवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो नवंबर को राज्यव्यापी शोक की घोषणा की है।
#WATCH | Gujarat: PM Modi chaired a high-level meeting to review the situation in Morbi, at Raj Bhavan in Gandhinagar earlier today.
#MorbiBridgeCollapse pic.twitter.com/Yw4NRt2oMf— ANI (@ANI) October 31, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अस्पताल में घायलों से मिलने से पहले उन अधिकारियों से मुलाकात की, जिन्होंने कई घंटों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। न्यूज एजेंसी एएनआई (ANI) ने प्रधानमंत्री की ट्विटर पर तस्वीरें शेयर की है, जिसमें वह अधिकारियों से इस मामले पर बातचीत कर रहे है।
PM Modi today met persons who were involved in rescue and relief operations when the cable bridge collapse mishap struck Morbi. pic.twitter.com/O0Oy8NBscP
— ANI (@ANI) November 1, 2022
जानकारी के लिए बता दें, कि मोरबी ब्रिज दुर्घटना में अब तक 141 लोग काल के ग्रास बन चुके है। जबकि इस भीषण हादसे में लगभग 100 लोग घायल हुए है। 140 साल पुराने इस पुल में बीते 7 महीनों से मरम्मत का काम चल रहा था। इस वजह से इस पुल में आवाजाही को बंद किया गया था। मरम्मत के बाद मंगलवार (25 अक्टूबर, 2022) को ही इसे जनता के लिए चालू किया गया था। पुल की लंबाई 200 मीटर व चौड़ाई 4-5 मीटर बताई जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस पुल की मेंटेनेंस की जिम्मेदारी ‘ओरेवा ग्रुप’ प्राइवेट कंपनी के पास है। इस ग्रुप ने मार्च 2022 से मार्च 2037, यानी 15 साल के लिए मोरबी नगर पालिका के साथ अनुबंध किया है। ग्रुप के पास ब्रिज की सुरक्षा, सफाई, रखरखाव, टोल वसूलने और स्टाफ मैनेजमेंट की जिम्मेदारी थी। मरम्मत के बाद भी भीषण हादसा होने पर ‘ओरेवा ग्रुप’ की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे है।