रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष के मध्य भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (23 अगस्त 2024) को यूक्रेन पहुँचे। पीएम मोदी 10 घंटे की ट्रेन यात्रा करने के बाद भारतीय समय के मुताबिक सुबह 10 बजे यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। कीव में पीएम मोदी का भव्य स्वागत करते हुए प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों ने हाथ में तिरंगा लेकर जोर-जोर से मोदी-मोदी के नारे लगाए। इस दौरान पूरा वातावरण ‘भारत माता की जय’ के उद्घोष से गूँज उठा।
कीव में मार्टिरोलॉजिस्ट प्रदर्शनी में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ तस्वीरें शेयर करते हुए एक्स पोस्ट में लिखा, “मैंने और जेलेंस्की ने कीव में मार्टिरोलॉजिस्ट प्रदर्शनी में श्रद्धांजलि अर्पित की। यह युद्ध विशेष रूप से छोटे बच्चों के लिए विनाशकारी है। मेरी संवेदना उन बच्चों के परिवारों के साथ है, जिन्होंने अपनी जान गंवाई। मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें यह दुख सहने की शक्ति मिले।”
President @ZelenskyyUa and I paid homage at the Martyrologist Exposition in Kyiv.
Conflict is particularly devastating for young children. My heart goes out to the families of children who lost their lives, and I pray that they find the strength to endure their grief. pic.twitter.com/VQH1tun5ok
— Narendra Modi (@narendramodi) August 23, 2024
उल्लेखनीय है, कि यूक्रेन दौरे पर जाने वाले पीएम मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री है। 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद यूक्रेन की स्थापना हुई थी। तब से लेकर आज तक कोई भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन की यात्रा पर नहीं गया था। 1993 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद पीएम मोदी यूक्रेन पहुंचने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन से पोलैंड पहुंचे, वहां से वह रेल मार्ग से यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। बता दें, कि बीते जुलाई महीने में ही पीएम मोदी ने रूस की राजधानी मॉस्को का दौरा किया था, जहां उनकी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी। अब अगस्त में पीएम मोदी के कीव पहुंचने के नई दिल्ली द्वारा वैश्विक संतुलन बनाने के तौर पर देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये दौरा इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि 24 फरवरी 2022 को रूस के हमले के बाद से अब तक नाटो देशों के अलावा किसी अन्य देश के नेता ने यूक्रेन का दौरा नहीं किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कुछ महीने पहले पीएम मोदी को यूक्रेन आने का आमंत्रण दिया था।
गौरतलब है, कि यूक्रेन में पीएम मोदी का रुकना 7 घंटे होगा। इस दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सहयोग को बढ़ावा देने के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। पीएम मोदी की यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्रा से न केवल भारतीय बल्कि यूक्रेन के स्थानीय नागरिक भी खुश है। इस यात्रा से सभी उम्मीद जता रहे है, कि यूक्रेन और रूस के बीच चल संघर्ष को समाप्त करने के लिए शायद कोई समाधान निकल आये।