संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आईएएस बनने के आरोपों में घिरी पूजा खेडकर की उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही विवादों में फंसी पूजा खेडकर पर भविष्य में आयोजित होने वाली किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगाई गई है। यूपीएससी ने कहा है, कि है पूजा अब आगे किसी भी परीक्षा में नहीं बैठ पाएँगी।
यूपीएससी ने बुधवार (31 जुलाई, 2024) को स्पष्ट किया है, कि आयोग द्वारा प्रशिक्षु पूजा खेडकर को अपना पक्ष रखने के लिए पर्याप्त अवसर दिया गया, किंतु वह अपना पक्ष रखने के लिए प्रस्तुत नहीं हुई। यूपीएससी ने पूजा खेडकर को इस प्रकाण में कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा था, कि क्यों न पूजा खेडकर की सिविल सेवा परीक्षा-2022 की उम्मीदवारी को रद्द किया जाए।
#UPSC: The Union Public Service Commission (UPSC) has cancelled the provisional candidature of Puja Khedkar, who was facing accusations of cheating and forgery,and has disqualified her from appearing in all future examinations. pic.twitter.com/pEmMHEJ7VE
— Beats in Brief (@beatsinbrief) July 31, 2024
उल्लेखनीय है, कि यूपीएससी ने इस बात के संकेत पहले ही दे दिए थे। यूपीएससी का कहना था, कि अगर पूजा खेडकर पर लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यूपीएससी ने दिल्ली पुलिस को दी शिकायत में कहा था, कि पूजा खेडकर ने अपना नाम, अपने माता-पिता का नाम, अपनी तस्वीर, हस्ताक्षर, ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर और पता बदलकर फर्जी पहचान पत्र बनवाए।
शिकायत में कहा गया है, कि खेडकर ने धोखाधड़ी से परीक्षा दी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने खेडकर के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पूजा खेडकर ने यूपीएससी द्वारा दर्ज करवाई एफआईआर में गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली के कोर्ट का रुख किया है, जहाँ जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया गया है।
गौरतलब है, कि महाराष्ट्र की रहने वाली प्रशिक्षु आईएएस पूजा खेडकर के विरुद्ध कलेक्टर से लाल बत्ती लगी गाड़ी और अपना ऑफिस माँगने के आरोप सबसे पहले सामने आए थे। पूजा खेडकर पर आरोप लगाया गया, कि प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी के तौर पर उन सुविधाओं की मांग की, जिनकी वे हकदार नहीं थी। इसके बाद उनके आरक्षण के प्रमाण पत्रों में भी गड़बड़ मिली। बताया गया, कि उन्होंने विकलांगता और ओबीसी आरक्षण के प्रमाण पत्र में भी धांधली की और उससे परीक्षा में लाभ लिया।