उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा, कि जल्द ही मदरसों को मदरसा बोर्ड से नहीं बल्कि उत्तराखंड बोर्ड से पंजीकृत किया जाएगा। शादाब शम्स ने कहा, कि उत्तराखंड राज्य में वक्फ बोर्ड के अंतर्गत आने वाले मदरसों में अगले शिक्षा सत्र से एनसीईआरटी पाठ्यक्रम और ड्रेस कोड लागू किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा, कि प्रारंभ में केवल चयनित सात मदरसों को मॉडर्न स्कूल की तर्ज पर संचालित किया जाएगा। शादाब ने कहा, कि इन मदरसों में अन्य धर्मों के विद्यार्थी भी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। उन्होंने कहा, कि मदरसों को हिंदी भाषा में विद्यालय और अंग्रेजी में स्कूल कहा जाता है।
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब ने कहा, कि मदरसा बोर्ड के तहत आने वाले सभी 103 मदरसों में ड्रेस कोड और एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया जायेगा। इस योजना के प्रथम चरण में देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर के दो-दो मदरसों एवं नैनीताल जनपद के एक मदरसे को मॉडर्न स्कूल की तर्ज पर संचालित करने के लिए चुना गया है।
उत्तराखंड के मदरसों में लागू होगा ड्रेस कोड
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने दी जानकारी
उत्तराखंड के मदरसों के मेकओवर की तैयारी@shadabshams1 @INCUttarakhand @kuldeepnegi07 @BJP4UK pic.twitter.com/1m4rgSgYI8— Zee Uttar Pradesh Uttarakhand (@ZEEUPUK) November 23, 2022
शादाब शम्स ने कहा, कि इसके बाद इस व्यवस्था को राज्य के अन्य मदरसों पर भी जल्द लागू किया जाएगा। मदरसों में प्रातः 6:30 से 7:30 बजे तक फजर की नमाज के बाद कुरान की तालीम दी जाएगी। इसके बाद सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक मॉर्डन मदरसे में सामान्य स्कूल की तरह कक्षाएं संचालित की जाएगी, वहीं दो बजे के बाद फिर से मदरसे के रूप में चलने लगेंगे।
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा, इन मॉर्डन मदरसों को अंग्रेजी मीडियम स्कूल की तरह संचालित किया जाएगा। मदरसों में स्मार्ट क्लास के जरिये पढ़ाया जायेगा, ताकि इन मॉर्डन मदरसों से पढ़कर निकलने वाले छात्र इंजीनियर और डॉक्टर बन सकें।