प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार (8 जुलाई 2024) को रूस के लिए रवाना हो गए है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर पीएम मोदी 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आठ एवं नौ जुलाई को मॉस्को में रहेंगे। पीएम मोदी मंगलवार को रूस में प्रवासी भारतीयों से संवाद करेंगे। वह क्रेमलिन में अज्ञात सैनिक की समाधि पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी मॉस्को में प्रदर्शनी स्थल पर रोसाटॉम मंडप का दौरा करेंगे।
#WATCH | PM Narendra Modi embarks on a three-day official visit to Russia and Austria
PM Modi and President Vladimir Putin will hold the 22nd India-Russia Annual Summit in Moscow. On 9th July, PM Modi will travel to Austria, where he will meet President Alexander Van der Bellen… pic.twitter.com/h2XuTdn79O
— ANI (@ANI) July 8, 2024
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी वर्ष 2019 में रूस गए थे। इसके बाद वैश्विक महामारी कोविड और फिर यूक्रेन-रूस संघर्ष के कारण तेजी से बदलते घटनाक्रम के बाद दोनों देशों के शीर्ष नेता एक दूसरे के देश का दौरा नहीं कर पाए। यूक्रेन युद्ध के बाद पहली बार पीएम मोदी रूस जा रहे हैं। इस बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अलावा किसी भी बड़े राष्ट्राध्यक्ष ने पुतिन से मुलाकात नहीं की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरे को लेकर एक्स पोस्ट पर लिखा, “अगले तीन दिनों में मैं रूस और ऑस्ट्रिया में रहूँगा। ये यात्राएँ इन देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करने का एक शानदार अवसर होंगी, जिनके साथ भारत की पुरानी दोस्ती है। मैं इन देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने के लिए भी उत्सुक हूँ।”
Over the next three days, will be in Russia and Austria. These visits will be a wonderful opportunity to deepen ties with these nations, with whom India has time tested friendship. I also look forward to interacting with the Indian community living in these countries.…
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2024
रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी वार्ता द्विपक्षीय व्यापार तथा आर्थिक संबंधों, विज्ञान व प्रौद्योगिकी अनुसंधान के कुछ नए क्षेत्रों पर केंद्रित होगी। उन्होंने विश्वास जताया, कि वार्ता से कई क्षेत्रों में ठोस नतीजे निकलेंगे।
रूस के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बीते शनिवार को कहा, कि रूस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मॉस्को की ‘‘बेहद अहम यात्रा” को लेकर उत्सुक है और वह इस यात्रा को रूस तथा भारत के संबंधों के लिए अति महत्वपूर्ण मानता है। पेस्कोव ने यह भी दावा किया, कि पश्चिमी देश इसको बहुत ही गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने कहा, कि यह दौरा महत्वपूर्ण होने वाला है इसीलिए इसे देख कर पश्चिमी देश जल रहे हैं।
पीएम मोदी राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके साथ ही रूस में रहने वालों प्रवासी भारतीयों के कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। पीएम मोदी को रूस के सर्वोच्च सम्मान सेंट एन्ड्रू आर्डर से भी सम्मानित किया जाएगा। दुनिया के ताकतवर राष्ट्राध्यक्षों में से एक राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठक में भारत और रूस के बीच व्यापार और सैन्य सहयोग को लेकर भी महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते है।
भारत, रूस से लगातार बड़ी मात्रा में कच्चा तेल खरीद रहा है। वहीं, रूस के साथ भारत का व्यापार घाटा लगातार दूसरे साल बढ़ा है। यह घाटा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 57 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। वाणिज्य विभाग के अनुसार, व्यापार घाटे के मामले में चीन के बाद रूस दूसरे स्थान पर है।
वैश्विक राजनीती पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के अनुसार, दोनों शीर्ष नेताओं की बातचीत में प्रमुख मुद्दा यूक्रेन-रूस युद्ध हो सकता है। दरअसल, दोनों देशों के बीच जारी युद्ध को दो वर्ष से अधिक समय से बीत चुका है और स्थिति ये है, कि दोंनो देशों के बीच कोई समझौते की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है। वहीं भारत के दोनों देशों के साथ अच्छे संबंध है और दोनों राष्ट्राध्यक्षों से शांति बनाये रखने की अपील कर चुका है।
पीएम मोदी के रूस दौरे पर अमेरिका समेत दुनिया के अन्य मुल्कों की नजरें भी बनी हुई है। पीएम मोदी राष्ट्रपति पुतिन के साथ भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे। यह दोनों देशों के बीच राजनयिक सहयोग का यह सबसे बड़ा मंच है। इस शिखर सम्मलेन में पीएम मोदी ने अंतिम बार 2019 में भाग था। इसके अब तक 21 संस्करण सम्पन्न हो चुके हैं। यह अंतिम बार दिल्ली में आयोजित किया गया था।
बता दें, कि पीएम मोदी रूस के बाद यूरोपियन देश ऑस्ट्रिया भी जाएँगे। उल्लेखनीय है, कि ऑस्ट्रिया में 41 वर्षों में संभवतः पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा होगी। प्रधानमंत्री मोदी ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति और चांसलर, दोनों से मिलेंगे और साथ ही वियना में रहने वाले भारतीय समुदाय द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।