राज्यसभा में सांसदों के विदाई समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (8 फरवरी 2024) को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की जमकर प्रशंसा करते हुए उनकी सदन के प्रति प्रतिबद्धता की सहराना की और अन्य सांसदों को उनसे सीखने की सलाह दी।। उल्लेखनीय है, कि पीएम मोदी की गिनती ऐसे उदार नेताओं में होती है, जो विपक्षी दलों के नेताओं के अच्छे कार्यों की सराहना खुले दिल से करते है।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह सहित 56 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। सांसदों की विदाई के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा सांसद पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की कर्मठता की प्रशंसा करते हुए कहा, “मेरे मनमोहन जी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा देश के लिए मार्गदर्शक का काम किया। मोदी ने कहा, कि जब भी देश के लोकतंत्र की बात होगी मनमोहन जी की चर्चा जरूर होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं विशेष रूप से माननीय डॉक्टर मनमोहन सिंह जी का स्मरण करना चाहूँगा। वह छह बार इस सदन में रहे। अपने मूल्यवान विचारों से, नेता के रूप में भी और प्रतिपक्ष के नेता के रूप में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है।
#WATCH | PM Modi lauds the contribution of Congress MP and former PM Manmohan Singh
The PM is addressing during the farewell of retiring members of the Rajya Sabha pic.twitter.com/1MATqWIGhd
— ANI (@ANI) February 8, 2024
उन्होंने कहा, “मैं सभी सांसदों से, चाहे इस सदन में हो या फिर उस सदन में, जो आज हैं और जो भविष्य में आने वाले हैं, उनसे कहूँगा, कि यह जो माननीय सांसद होते है, किसी भी दल में हों, जिस प्रकार से उन्होंने (मनमोहन सिंह) अपना जीवन अपना जिया होता है, जिस प्रकार की प्रतिभा का प्रदर्शन कराया होता है, उसका हमें एक मार्गदर्शक के रूप में उपयोग करना चाहिए।”
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान डॉ. मनमोहन सिंह के व्हीलचेयर पर राज्यसभा में आने की चर्चा भी की। उन्होंने कहा, “मुझे याद है कि सदन में वोटिंग का एक अवसर था। पता था उन्हें विजय ट्रेजरी बेंच (सरकार) की होने वाली है, अंतर भी बहुत था, लेकिन डॉ. सिंह व्हीलचेयर पर आए और वोट किया।”
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, “एक सांसद अपने दायित्व के लिए कितना सजग है, उसका वो प्रेरक उदाहरण हैं। इतना ही नहीं मैं देख रहा था, कि कभी कमेटी सदस्य के चुनाव हुए तो व्हीलचेयर पर वोट देने आए। सवाल यह नहीं है, कि वह किसको मजबूत करने के लिए वोट देने आए थे, वह लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए आए थे।”
गौरतलब है, कि मनमोहन सिंह अगस्त 2023 में मॉनसून सत्र के दौरान दिल्ली सेवा बिल पर मतदान के लिए व्हीलचेयर पर राज्यसभा में आए थे। डॉ. मनमोहन सिंह वर्ष 1991 में पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने थे। इसके बाद वह पाँच बार इस सदन के लिए चुने गए। वह असम से सर्वाधिक बार राज्यसभा में चुनकर आये है।