उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित ताजमहल को इतिहासकारों द्वारा एक लंबे वक्त से हिंदू मंदिर बताया जाता रहा है। इस दौरान ताज महल के बंद दरवाजो को खोलने के लिए न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है। इस बीच आगरा के ताजमहल को लेकर जयपुर राजघराने की राजकुमारी और भाजपा सांसद दीया कुमारी ने दावा किया है, कि जिस स्थान पर ताजमहल स्थित है, वो जमीन उनकी थी। बीजेपी सांसद ने कहा, कि ताजमहल वाली जगह पर कभी उनका महल हुआ करता था।
सांसद दीया कुमारी ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा, कि जब क्रूर शासक शाहजहां ने जयपुर परिवार का वह महल और जमीन पर जबरन कब्जा किया था, उस वक्त हिंदुस्तान में मुगल शासन था, और इस वजह से उस वक्त उनके पूर्वज मुगलो का विरोध नहीं कर सके। उन्होंने कहा, वर्तमान में कोई भी सरकार जब किसी जमीन का अधिग्रहण करती है, तो बदले में जमीन का उचित मुआवजा देती है। मैंने सुना है, कि उस वक्त जमीन के बदले में मुग़ल सल्तनत ने कोई मुआवजा नहीं दिया था। हालाँकि उस समय ऐसा कोई कानून भी नहीं था, कि उस एकतरफा फैसले के खिलाफ कहीं अपील कर सकते थे, या उसके विरोध में कुछ कर सकते थे।
Rajasthan | Documents say that since Shah Jahan liked it, he acquired it. I've heard that he gave some compensation in lieu of it. If the court directs we will provide the documents: BJP MP Diya Kumari on Taj Mahal row pic.twitter.com/yLNulgmgSe
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) May 11, 2022
सांसद कुमारी ने कहा, कि अब अच्छा है, कि किसी ने इसके लिए आवाज बुलंद की है, और अदालत में याचिका दाखिल की है। उन्होंने कहा, कि ताजमहल के बंद कमरों के दरवाजे अब खुलने चाहिए। ताज महल की कुछ जगह लंबे वक्त से सील हैं। इस विषय पर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। जिससे यह ज्ञात हो सके, कि उस स्थान पर क्या था और क्या नहीं। सांसद दिया कुमारी ने कहा, कि सारे तथ्यों का तभी पता चलेगा, जब एक बार ताज महल का सही ढंग से परिक्षण किया जायेगा।
सांसद दिया कुमारी ने कहा, कि यदि दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी, तो पूर्व राजपरिवार के ट्रस्ट में पोथी-खाना मौजूद है। यदि अदालत आदेश देगी, तो हम उस दस्तावेज को कोर्ट में प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा, कि उनके पास उपलब्ध दस्तावेजों से ये स्पष्ट होता है, कि वो जमीन जयपुर राजघराने से संबंधित थी। उन्होंने कहा, कि मुगल शासन के दौरान वो महल शाहजहाँ को पसंद आ गया था, जिसके बाद उसने उस पर जबरन कब्जा कर लिया था।
उल्लेखनीय है, कि ठीक इसी प्रकार का बयान वर्ष 2017 में भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी दिया था। उस वक्त सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया था, कि जयपुर के महाराजा को शाहजहाँ ने मजबूर किया था। बता दे, ताजमहल को लेकर इन दिनों विवाद जारी है। तमाम हिंदू संगठन मांग कर रहे है, कि ताजमहल के बंद 22 कमरों को खुलवाया जाए, जिससे ताजमहल की असली सच्चाई का खुलासा हो सके। वहीं इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में डॉ रजनीश ने ताजमहल के बंद दरवाजों को खोलने को लेकर य़ाचिका दायर की हुई है।