पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आप पार्टी ने 300 यूनिट तक मुफ्त और 24 घंटे बिजली देने का जो वादा किया था, वह पंजाब सरकार के लिए गले की फांस बन गई है। मुफ्त एवं चौबीसों घंटे बिजली देने का दंभ भरने वाली पंजाब की भगवंत मान सरकार के राज में जनता को हर दिन बिजली के झटके लग रहे है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संगरूर निवासी दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी का परिवार लगभग एक महीने से अंधेरे में जीवन गुजारने के लिए मजबूर है।
उल्लेखनीय है, कि संगरूर निवासी पीड़ित परिवार कोई और नहीं, बल्कि स्वतंत्रता आंदोलन के महान नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नजदीकी औऱ स्वतंत्रता सेनानी गुरदियाल सिंह का परिवार है। स्वतंत्रता सेनानी का परिवार बिना बिजली के इसलिए इस भीषण गर्मी में जीवन व्यतीत कर रहा है, क्योंकि पावरकाम ने पहले उन्हें तकरीबन एक लाख रुपये से ज्यादा का भारी भरकम बिजली का बिल भेजा, फिर बिल का भुगतान नहीं होने की दशा में बिजली का कनेक्शन काट दिया। बताया जा रहा है, कि स्थानीय विधायक के आदेशों के बावजूद पावरकाम ने पीड़ित परिवार के कनेक्शन को बहाल नहीं किया।
‘दैनिक जागरण’ की रिपोर्ट के अनुसार, बीते के एक महीने से अँधेरे में जीवन गुजारने के लिए मजबूर पीड़ित परिवार की सदस्य ने मीडिया को बताया, कि उनके घर पर पहले से पांच किलोवाट का मीटर लगा हुआ था। इसके बाद विभाग ने फरवरी 2018 में स्वतंत्रता संग्राम आरक्षित कोटे से एक किलोवाट का नया मीटर लगा दिया। इसी बीच 30 अगस्त 2019 को गुरदियाल सिंह का स्वर्गवास हो गया। इसके बाद अक्टूबर 2019 के दौरान विभाग ने उन्हें बिजली का 98,850 रुपये बिल भेज दिया, और उसी दिन विभाग के कर्मचारी परिवार को बिना सूचित किये उनका मीटर भी उतारकर ले गए।
हालाँकि उसी शाम को विभाग के कर्मचारी मीटर दोबारा जोड़कर चले गए थे, लेकिन ठीक एक महीने बाद नवंबर 2019 में विभाग ने मीटर फिर उतार दिया। परिजनों के अनुसार, उस वक्त विभाग ने बिल का भुगतान ना करने पर अब इसमें ब्याज जोड़कर एक लाख 36 हजार 961 रुपये का बिल भेज दिया है। विभाग द्वारा बिल का भुगतान नहीं करने पर उनका बिजली का कनेक्शन काट दिया है। पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से मदद की गुहार लगाते हुए चेतावनी दी है, कि यदि उनका बिजली कनेक्शन दोबारा बहाल नहीं हुआ, तो वे सीएम ऑफिस के सामने आमरण अनशन शुरू कर देंगे।