शिक्षा मनुष्य के विकास के लिए अत्यंत जरुरी है, किन्तु कुकुरमुत्ते की तरह हर गली, मोहल्ले में उग आये पब्लिक स्कूलों ने शिक्षा के स्तर को कितना रसातल में पंहुचा दिया है, इसका उदाहरण उस वक्त सामने आया जब मध्य प्रदेश के खंडवा क्षेत्र में स्थित एकेडमिक हाइट्स पब्लिक स्कूल ने सामान्य ज्ञान के प्रश्नपत्र में एक सवाल यह भी पूछ लिया, कि करीना कपूर खान एवं सैफ अली खान के बच्चे का नाम बताइए ?
खंडवा के एकेडमिक हाइस्ट पब्लिक स्कूल द्वारा छठी कक्षा के स्टूडेंट से पूछे गए इस बेतुके सवाल पर स्कूल को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। स्थानीय शिक्षक संघ और जागरूक नागरिको ने शिक्षा विभाग से इस प्रकार के स्कूलों की मान्यता रद्द करने की मांग की है।
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस प्रश्नपत्र को पालक शिक्षक संघ ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने कहा, कि यदि बच्चों से कुछ सवाल पूछे जाने थे, तो राष्ट्र की वीरांगनाओं के संबंध में पूछते ? अब क्या छोटे स्कूली बच्चों को बॉलीवुड के कलाकारो के घर में पैदा होने वाले बच्चो का नाम भी याद करने होंगे।
Row in MP's Khandwa district over a private school's Class VI exam's question paper, asking full name of film actor Kareena Kapoor Khan and Saif Ali Khan's son. Parents body demands action against school management. @NewIndianXpress @TheMornStandard @gsvasu_TNIE @khogensingh1 pic.twitter.com/Fn3OY2fpty
— Anuraag Singh (@anuraag_niebpl) December 24, 2021
मामले के संज्ञान में आते ही जिला शिक्षा अधिकारी एसके भालेराव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध नोटिस जारी करने की बात कही है। जिला शिक्षा अधिकारी ने यह स्वीकार किया, कि प्राइवेट स्कूलों को भी इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, कि इस तरह के सवाल परीक्षाओं के दौरान नहीं पूछे जाने चाहिए।
जी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इस पूरे मामले की तह में जाने के लिए जब जी न्यूज की टीम ने स्कूल का पक्ष जानना चाहा, तो इस स्कूल का गेट बंद था। स्कूल में उस वक्त ना तो स्कूल संचालक थी और ना ही प्रधानाचार्य। स्कूल की संचालक श्वेता जैन ने फोन पर बात करते हुए, जी न्यूज को बताया, कि यह प्रश्न पत्र उनकी मुख्य संस्था एकेडमिक हाइट्स के हेडक्वार्टर दिल्ली से बनकर आते है।
उन्होंने बताया, कि सामान्य ज्ञान में बच्चों को मनोरंजक तरीके से इतिहास के मुगल बादशाह जहांगीर के नाम को याद कराने के इरादे से यह सवाल पूछा गया था। इस प्रश्नपत्र में अन्य भिन्न – भिन्न तरीकों से और भी सवाल पूछे गए थे। स्कूल संचालिका श्वेता जैन ने कहा, कि उनका इरादा किसी भी धर्म अथवा समुदाय की भावनाओं को आहत करने का नहीं था।