राजस्थान के कोटपूतली इलाके में बोरवेल में फंसी तीन वर्षीय चेतना को पांच दिन बाद भी नहीं निकाला जा सका है। बोरवेल हादसों के बाद शुरू हुआ यह सबसे लंबा रेस्क्यू ऑपरेशन है, जिसमे अभी तक असफलता ही हाथ लगी है। बोरवेल में फंसी चेतना को बचाने के लिए जारी जंग के बीच सीसीटीवी कैमरे में बच्ची द्वारा कोई हरकत या हलचल नजर नहीं आ रही है। ऐसे में परिजनों और प्रशासन की चिंता बढ़ती जा रही है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक्स पोस्ट के अनुसार, आज शनिवार को छठे दिन एनडीआरएफ के जवान 170 फीट गहरे गड्ढे में सुरंग खोदने उतरे हैं। हालांकि, अफसरों के पास इस बात का जवाब अभी तक नहीं है, कि चेतना कब तक बाहर आएगी। दरअसल 700 फीट गहरे बोरवेल में फंसी तीन साल की मासूम बच्ची 150 फीट की गहराई पर एक हुक से लटकी हुई है। वहीं इतने दिनों से न तो उसने कुछ खाया और न ही कुछ पिया है।
VIDEO | Rajasthan: Efforts continue to rescue a three-year-old girl who fell into a 150 feet deep borewell in Kotputli-Behror.
The girl, Chetna, has been stuck inside a borewell since Monday, with the hours ticking by inexorably and hopes for her survival fading as rescuers… pic.twitter.com/gjmZf6yTlc
— Press Trust of India (@PTI_News) December 28, 2024
बता दें, कि यह हादसा राजस्थान के कोटपूटली बहरोड़ जिले के कीरतपुरा गांव में बीते सोमवार, 23 दिसंबर की दोपहर लगभग डेढ़ बजे घटित हुआ था। जानकारी के अनुसार, बच्ची को निकालने के लिए एनडीआरएफ के 6 जवानों की तीन टीमें में बनाई गई हैं। एक बार में दो जवान को 170 फीट गहरे गड्ढे में उतरेंगे और बोरवेल तक सीधी खुदाई करेंगे। जबकि दो जवानों की एक टीम करीब 20-25 मिनट अंदर रहेगी, फिर उन्हें बाहर निकालकर दूसरी टीम को नीचे भेजा जाएगा।
वहीं बच्ची के पिता भूपेंद्र सिंह एक कोने में निढाल होकर अचेत अवस्था में पड़े हुए हैं। मां धोली देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। आशा की कोई किरण नजर नहीं आ रही है। चेतना की मां का स्वास्थ्य भी बिगड़ चुकी है. वो जैसे-तैसे बेटी की आस लिए दिन काट रही है।