पंजाब से निकले प्रदर्शनकारियों को पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर पर रोका गया है। दिल्ली कूच पर आमादा किसान शंभू बॉर्डर पर हाईड्रोलिक क्रेन, जेसीबी व बुलेटप्रूफ पोकलेन जैसी भारी मशीनरी के साथ जुटे हुए है। हरियाणा सरकार ने स्थिति के मद्देनजर इंटरनेट पर पाबंदी दो दिन के लिए और बढ़ा दी है। वहीं किसान नेताओं ने शुक्रवार शाम को आगे की रणनीति तय करने की बात कही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पंजाब को हरियाणा से जोड़ने वाले खनौरी बॉर्डर पर बुधवार को स्थिति बेहद तनावपूर्ण रही। प्रदर्शनकारियों ने धान की पराली में आग लगाकर और मिर्ची डालकर हमला किया है। इसके अलावा पंजाब के किसानों की भीड़ ने तलवार व गंडासों से पुलिस पर हमला भी किया है। जहरील धुएं से पुलिसकर्मियो को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस हमले में कई पुलिसकर्मियों के गंभीर रूप से घायल होने की बात कही जा रही है।
इस संबंध में हरियाणा पुलिस की वरिष्ठ महिला अधिकारी ने जानकारी दी है, “किसान प्रदर्शनकारियों द्वारा बुधवार (21 फरवरी, 2024) को दाता सिंह -खनौरी बॉर्डर पर पुलिसकर्मियों को घेरकर पुलिस नाके के आसपास भारी मात्रा में मिर्च पाउडर डाल कर आग लगा दी गई। पुलिसकर्मियों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा न सिर्फ भारी पत्थरबाजी की गई, बल्कि लाठी और गँड़ासा लेकर हमला भी किया गया। इस हमले में लगभग 12 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए है।”
#WATCH | At the Data Singh-Khanori border, the protesters surrounded the police personnel from all sides and burned stubble by pouring chilli powder in it, attacked the policemen using sticks and maces along and also pelted stones. About 12 policemen were seriously injured. We… pic.twitter.com/4q68gfDXQT
— ANI (@ANI) February 21, 2024
हरियाणा पुलिस ने ये भी बताया है, कि जहरीले धुएँ की वजह नाके के आसपास पुलिसकर्मियों को न सिर्फ साँस लेने में मुश्किल हुई, बल्कि उन्हें देखने में भी तकलीफ का सामना करना पड़ा। हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शकारियों से ऐसा न करने की अपील करते हुए कहा, कि जहरीले धुएँ से विजिबिलिटी कम हो जाती है और पुलिसकर्मियों द्वारा कानून-व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास बाधित होता है। पुलिस ने कहा, कि ऐसा करने से दोनों पक्षों के लिए जोखिम बढ़ जाता है और किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने की आशंका बढ़ जाती है।
गौरतलब है, कि किसान नेता इस बात की धमकी भी दे रहे है, कि उन्हें अगर दिल्ली में घुसने नहीं दिया, तो वे आम चुनाव में भी भाजपा नेताओं को अपने गाँव में नहीं आने देंगे। बता दें, कि गतिरोध को समाप्त करने के प्रयास में तीन केंद्रीय मंत्रियों के एक दल के साथ रविवार रात को चौथे दौर की वार्ता के बाद खनौरी और शंभू बॉर्डर पर पंजाब के किसानों ने सुबह अपना आंदोलन फिर से शुरू कर दिया था।